Edited By Jyoti M, Updated: 24 Mar, 2025 03:20 PM

हिमाचल प्रदेश में मार्च महीने के आखिरी दिनों में मौसम में बदलाव आया है, जो कि स्टोन फ्रूट के लिए चिंता का कारण बन सकता है। प्रदेश में लगातार ठंड के असर से फलों को नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। जहां एक ओर सेब के पौधों में पिंक पत्तियां दिखने लगी...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मार्च महीने के आखिरी दिनों में मौसम में बदलाव आया है, जो कि स्टोन फ्रूट के लिए चिंता का कारण बन सकता है। प्रदेश में लगातार ठंड के असर से फलों को नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। जहां एक ओर सेब के पौधों में पिंक पत्तियां दिखने लगी हैं, वहीं अन्य स्टोन फ्रूट भी इसी हालत में हैं। हालांकि, पहले ही प्रदेश में बारिश और बर्फबारी हो चुकी है, जिससे फलों को चिजिंग ऑवर्स मिल चुके हैं, लेकिन अब यदि ठंड बढ़ती है, तो इन फलों के लिए नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। 25 मार्च से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना जताई गई है। इस दौरान किन्नौर, लाहुल-स्पीति और चंबा में बर्फबारी हो सकती है और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग ने 26 मार्च को किन्नौर, लाहुल-स्पीति, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू में कई स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही, 26 मार्च को यलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
27 मार्च को भी लाहुल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। रविवार को शिमला में दिनभर धूप खिली रही, लेकिन सुबह और शाम के समय ठंड का एहसास हो रहा था। मौसम साफ होने के कारण प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखी गई है। रविवार को अधिकतर क्षेत्रों में मौसम साफ रहा और तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। इस समय मौसम की स्थिति स्टोन फ्रूट किसानों के लिए चिंताजनक हो सकती है, क्योंकि ठंड में वृद्धि और बार-बार होने वाली बारिश-बर्फबारी से उनके उत्पादों को नुकसान हो सकता है।