Edited By Jyoti M, Updated: 17 Apr, 2025 10:41 AM

हिमाचल प्रदेश में बीती रात आए तेज अंधड़, बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपा दिया। शिमला, कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले गिरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, घरों की छतें उड़ गईं और...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में बीती रात आए तेज अंधड़, बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपा दिया। शिमला, कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले गिरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, घरों की छतें उड़ गईं और बिजली आपूर्ति ठप हो गई। तेज हवाओं की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई, जिससे प्रदेश के लोग डर और दहशत में रहे।
अंधड़ और बारिश से नुकसान
बुधवार देर रात आए अंधड़ से कई राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) पर पेड़ गिर गए। ऊना, कांगड़ा और शिमला जिलों में कई घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए और टीन की छतें उड़ गईं। अंधड़ के चलते कई जगहों पर शादी समारोहों के पंडाल भी उड़ गए। ऊना जिले के गगरेट क्षेत्र में आम का पेड़ गिरने से गगरेट-ऊना मार्ग पर वाहनों की आवाजाही घंटों ठप रही। वहीं, बस अड्डे के पास पेड़ और बिजली का खंभा गिरने से सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई।
कांगड़ा, ऊना और शिमला के कई हिस्सों में पेड़ बिजली की लाइनों पर गिर गए, जिससे बिजली आपूर्ति पूरी रात और अगले दिन सुबह तक बाधित रही। बिजली बोर्ड के कर्मचारी बिजली बहाल करने में जुटे रहे।
ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी
लाहौल-स्पीति, किन्नौर और रोहतांग दर्रा, कुंजम, बारालाचा और शिंकुला जैसे ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में बारिश से ठंड में इजाफा हुआ। केलांग और पट्टन जैसे स्थानों पर रिहायशी इलाकों में भी बारिश हुई। इसके कारण घाटियों में तापमान अचानक गिर गया।
फसलों को भारी नुकसान
तेज अंधड़ और बारिश ने खेतों में खड़ी और कटी हुई गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। ऊना और कांगड़ा में खेतों में बिछी गेहूं की फसल भीग गई है। कई जगहों पर आम के बौर (बोर) झड़ गए हैं। शिमला के ऊपरी इलाकों में सेब के फूल (फ्लावरिंग) झड़ने की खबरें भी सामने आई हैं, जिससे बागवानों की चिंता बढ़ गई है।
राजधानी शिमला में तूफान का असर
शिमला में बुधवार रात आए तूफान ने जमकर तबाही मचाई। शहर में करीब एक दर्जन पेड़ गिर गए, जिससे कई घरों को नुकसान हुआ है। कई गाड़ियों के ऊपर पेड़ गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। रिचमाउंट, घोड़ा चौकी, संजौली और सब्जी मंडी जैसे इलाकों में बिजली की लाइनें टूट गईं, जिससे इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई। वीरवार सुबह तक बिजली बहाल नहीं हो पाई थी।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शुक्रवार और शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 18 से 20 अप्रैल तक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम खराब बना रहेगा। शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा, ऊना, कांगड़ा, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में अंधड़ और बारिश की संभावना है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है।
लोग सतर्क रहें
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए सुरक्षा उपाय करें। शादी या अन्य आयोजनों में पंडाल लगाने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।