Edited By Jyoti M, Updated: 17 Apr, 2025 04:09 PM

हिमाचल प्रदेश में बीती रात एक भयंकर तूफान ने भारी तबाही मचाई। तेज हवाओं और बारिश की वजह से कई जगहों पर पेड़ गिर गए, बिजली बाधित हुई और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। सिरमौर जिले में तूफान ने सबसे ज्यादा असर दिखाया, जहां एक कार खाई में जा गिरी और चालक...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में बीती रात एक भयंकर तूफान ने भारी तबाही मचाई। तेज हवाओं और बारिश की वजह से कई जगहों पर पेड़ गिर गए, बिजली बाधित हुई और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। सिरमौर जिले में तूफान ने सबसे ज्यादा असर दिखाया, जहां एक कार खाई में जा गिरी और चालक पूरी रात वहीं फंसा रहा।
कार खाई में जा गिरी, युवक रातभर पड़ा रहा
यह घटना सिरमौर जिले में पांवटा साहिब-कालाअंब नेशनल हाईवे पर घटी। उत्तर प्रदेश का युवक सौरभ अपनी गाड़ी में हाईवे से गुजर रहा था। रात को करीब 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं और तेज तूफान की वजह से उसकी गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। यह हादसा आंबवाला सैनवाला पंचायत के पास हुआ।
गाड़ी खाई में गिरते ही सौरभ उसमें ही फंसा रह गया और पूरी रात मदद का इंतजार करता रहा। अगली सुबह पंचायत के प्रधान संदीप तोमर और गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचे और युवक को बाहर निकाला। इसके बाद घायल को एंबुलेंस के माध्यम से नजदीकी मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां उसका इलाज जारी है। गनीमत रही कि युवक की जान बच गई।
शिलाई में खेल आयोजन में भी नुकसान
सिरमौर जिले के ही शिलाई क्षेत्र में भी तूफान ने असर दिखाया। रोनहाट में लाधी क्षेत्र के कोटी बॉन्च की बहालधार में चल रही एक खेलकूद प्रतियोगिता स्थल पर लगाए गए टैंट और मंच आधी रात को तेज हवाओं में उड़ गए और टूटकर बिखर गए। आयोजकों को सुबह फिर से मंच को ठीक करना पड़ा, ताकि कार्यक्रम जारी रह सके।
मौसम विभाग का अलर्ट
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के लिए पहले ही चेतावनी जारी की थी। मौसम विभाग ने 18 और 19 अप्रैल को राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि की संभावना है। बीती रात चली तेज हवाओं के कारण प्रदेश के सात जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोगों से अपील की गई है कि वे इस दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
प्रशासन की अपील
स्थानीय प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने को कहा है और आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करने की सलाह दी है। साथ ही गांव स्तर पर भी लोगों से कहा गया है कि वे एक-दूसरे की मदद करें और किसी भी घटना की सूचना तुरंत दें।