Edited By Jyoti M, Updated: 15 Jul, 2025 02:42 PM

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में नालागढ़ उपमंडल के सल्लेवाल गांव में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां चिकनी नदी के तेज बहाव में दो प्रवासी मजदूर फंस गए। ये दोनों मजदूर अपनी ड्यूटी के लिए कंपनी जा रहे थे, तभी पहाड़ी इलाकों में हुई...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में नालागढ़ उपमंडल के सल्लेवाल गांव में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां चिकनी नदी के तेज बहाव में दो प्रवासी मजदूर फंस गए। ये दोनों मजदूर अपनी ड्यूटी के लिए कंपनी जा रहे थे, तभी पहाड़ी इलाकों में हुई भारी बारिश के कारण चिकनी नदी में अचानक पानी का तेज बहाव आ गया। देखते ही देखते दोनों मजदूर नदी के बीच में फंस गए और उनकी जान पर बन आई।
इस मुश्किल घड़ी में सल्लेवाल गांव के ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ और अदम्य साहस का परिचय देते हुए दोनों मजदूरों की जान बचा ली। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग नदी किनारे इकट्ठा हो गए, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज़ था कि मजदूरों को बचाने का कोई सीधा रास्ता नहीं दिख रहा था। इसी बीच, गांव के लोगों ने आधुनिक तकनीक का सहारा लिया और व्हाट्सएप के माध्यम से इस घटना की सूचना तेजी से फैलाई। देखते ही देखते बड़ी संख्या में युवा घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने समय न गंवाते हुए तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने का फैसला किया।
शुरुआत में मजदूरों तक रस्सी फेंककर उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की गई, लेकिन नदी का तेज बहाव इतना शक्तिशाली था कि यह प्रयास सफल नहीं हो पाया। लगभग आधे घंटे तक चली कड़ी मशक्कत के बाद, गांव के एक बहादुर युवक, लकी, ने हिम्मत दिखाई और नदी में उतरने का फैसला किया। लकी ने अपने साथियों की मदद से कई रस्सियों को आपस में जोड़ा और जान जोखिम में डालकर नदी के बीच फंसे मजदूरों तक पहुंच गए। लकी और उनकी टीम ने पहले एक मजदूर को सावधानी से रस्सी के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला और फिर दूसरे मजदूर को भी बचा लिया। इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को देखकर मौके पर मौजूद सभी ग्रामीणों ने राहत की सांस ली और युवकों की बहादुरी की जमकर तारीफ की।
बचाए गए प्रवासी मजदूरों में से एक, संत कुमार, ने बताया, "हम रोज़ की तरह कंपनी जा रहे थे। मेरे साथ मेरा भाई भी था। नदी के बीच पहुंचते ही अचानक पानी का बहाव इतना तेज़ हो गया कि हम डर गए और समझ नहीं पा रहे थे कि क्या करें। हम एक तरफ खड़े हो गए, लेकिन पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा था। तभी स्थानीय लोग हमारी मदद के लिए आए और रस्सियों की मदद से हमें बाहर निकाला। हम उन सभी युवकों के बहुत आभारी हैं जिन्होंने हमारी जान बचाई।"
रेस्क्यू ऑपरेशन में मुख्य भूमिका निभाने वाले लकी ने बताया, "हमें व्हाट्सएप के ज़रिए खबर मिली कि दो मजदूर नदी में फंस गए हैं। हम तुरंत मौके पर पहुंचे। शुरू में हम करीब आधे घंटे तक सोचते रहे कि उन्हें कैसे बचाया जाए, क्योंकि पानी का बहाव बहुत तेज़ था। फिर हमने रस्सियों को बांधा और मैं अपने दो साथियों के साथ नदी में उतरा। हमने एक-एक करके दोनों मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला। उनकी जान बचाने के बाद हमें बहुत सुकून मिला। घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने सभी लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में नदी-नालों के किनारों से दूर रहें।