Edited By Jyoti M, Updated: 13 Feb, 2025 11:38 AM
![himachal himachal police preparing for major action](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_10_22_342259157drug-ll.jpg)
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने चिट्टे (मादक पदार्थ) के कारोबार से जुड़े आरोपियों के बैंक खातों की गहन जांच शुरू की है। यह कदम चिट्टा तस्करी में संलिप्त व्यक्तियों तक पहुंचने और इस अवैध कारोबार को पूरी तरह से नष्ट करने के उद्देश्य से उठाया गया है। पुलिस ने...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने चिट्टे (मादक पदार्थ) के कारोबार से जुड़े आरोपियों के बैंक खातों की गहन जांच शुरू की है। यह कदम चिट्टा तस्करी में संलिप्त व्यक्तियों तक पहुंचने और इस अवैध कारोबार को पूरी तरह से नष्ट करने के उद्देश्य से उठाया गया है। पुलिस ने 20,000 से अधिक संदिग्ध बैंक खातों की जांच शुरू की है, जिनसे पिछले तीन वर्षों में बड़े लेन-देन की जानकारी मांगी गई है। ये लेन-देन चिट्टे के तस्करी नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई उन आरोपियों के माध्यम से तस्करों तक पहुंचने के लिए की जा रही है, जो चिट्टा तस्करी के आरोप में पकड़े गए हैं।
पुलिस के उच्च अधिकारियों ने बताया कि चिट्टे के मामलों में गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों की जांच के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी किससे और किस-किस स्थान पर लेन-देन कर रहे थे। खासतौर पर, यह जानने की कोशिश की जा रही है कि चिट्टा तस्करी से जुड़े इन आरोपियों ने कितनी कमाई की और उनके तार किस लोगों या गिरोहों से जुड़े हैं। इसके लिए, पुलिस ने बैंकों को पत्र भेजकर आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल मांगी है।
इन बैंकों से अब पुलिस यह जानकारी प्राप्त कर रही है कि पिछले कुछ वर्षों में इन खातों से कितना धन जमा हुआ, और इसका स्रोत क्या है। बैंक खातों के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि चिट्टा तस्करी के नेटवर्क तक पहुंचने के लिए क्या संदिग्ध लेन-देन हुआ। इस दौरान संदिग्ध बैंक खातों की सूची बनाई जा रही है, और इस पर आधारित आगामी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है। पुलिस के अनुसार, चिट्टा तस्करी में शामिल प्रमुख सप्लायरों की पहचान करना उनकी प्राथमिकता है, ताकि पूरे तस्करी गिरोह को खत्म किया जा सके।
पुलिस की योजना है कि इन लेन-देन और संपत्तियों का ब्योरा एकत्र कर बड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि नशा तस्करी के इन नेटवर्क को पूरी तरह से तोड़ा जा सके। विशेष रूप से, यह पाया गया है कि अधिकांश चिट्टा तस्करों का संबंध पंजाब और दिल्ली से है। तस्करी नेटवर्क की जड़ें हिमाचल प्रदेश में भी फैली हुई हैं, और नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने बैंकों के रिकॉर्ड की जांच की है। इन आंकड़ों के आधार पर पुलिस एक मजबूत केस तैयार कर रही है और बड़े तस्करी गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रही है। पुलिस को यह उम्मीद है कि इन खातों की जांच से चिट्टा तस्करी के महत्वपूर्ण सुबूत मिलेंगे, जो आगामी कार्रवाई के लिए निर्णायक हो सकते हैं।
शिमला जिले की पुलिस ने पहले ही बड़े तस्करी गिरोह "शाही महात्मा गैंग" पर शिकंजा कसा है और चिट्टे का कारोबार करने वाले आरोपियों के करीब पांच करोड़ रुपये के बैंक खाते भी बीते कुछ समय में सीज किए हैं। अब सभी जिलों में बैंक खातों की जांच के माध्यम से चिट्टा गिरोह पर शिकंजा कसने की कवायद शुरू की है।
बार-बार पकड़ में आ रहे आरोपी रडार पर
चिट्टा तस्करी में बार-बार पकड़ में आ रहे आरोपी पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस ने ज्यादातर ऐसे आरोपियों के खातों की डिटेल मांगी है। कई आरोपियों के रिश्तेदारों की संपत्ति की भी जांच की जा रही है।