Edited By Jyoti M, Updated: 10 Feb, 2025 09:54 AM
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हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते प्रदेश के आठ जिलों—किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में सोमवार और मंगलवार को बारिश और...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते प्रदेश के आठ जिलों—किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में सोमवार और मंगलवार को बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। इससे इन जिलों में ठंडक बढ़ेगी और अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं, मैदानी जिलों—ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में मौसम साफ रहने की संभावना है। हाल ही में हुई बर्फबारी के कारण प्रदेश के कई ऊंचाई वाले इलाकों में ठंडक पहले ही बढ़ चुकी है, और आगामी बर्फबारी से जनजीवन पर और प्रभाव पड़ सकता है।
रविवार को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला समेत अधिकतर जिलों में मौसम साफ रहा, जिससे पर्यटकों ने खुलकर आनंद लिया। खासकर, मनाली और अटल टनल रोहतांग होकर लाहौल पहुंचने वाले पर्यटकों ने बर्फ के बीच खूब मस्ती की। बर्फबारी के चलते कुछ दिनों से बंद पड़ीं लाहौल की सड़कों को खोलने का कार्य भी तेज़ी से किया जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों और पर्यटकों को आवाजाही में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। हालांकि, अगले दो दिनों में होने वाली संभावित बर्फबारी के कारण इन इलाकों में यातायात प्रभावित हो सकता है।
मौसम में बदलाव के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। खासकर मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है, जिससे सर्दी और बढ़ेगी। दूसरी ओर, मैदानी इलाकों में दिन के समय धूप खिलने से तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है। फरवरी का महीना हिमाचल के लिए आमतौर पर ठंडा होता है, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर उन इलाकों में जहां बर्फबारी और बारिश के कारण सड़कों पर फिसलन हो सकती है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे दुर्गम इलाकों में यात्रा करने वाले लोगों को मौसम के अपडेट पर नज़र रखने और आवश्यक सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई है।
वहीं, किसान और बागवान भी इस मौसम के बदलाव पर अपनी पैनी नज़र बनाए हुए हैं क्योंकि बारिश और बर्फबारी का असर फसलों पर भी पड़ सकता है। हालांकि, राहत की बात यह है कि 12 फरवरी के बाद पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का अनुमान लगाया गया है।