Edited By Vijay, Updated: 05 Aug, 2025 03:43 PM

जिला मंडी में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़कें, बिजली और जलापूर्ति जैसी आवश्यक सेवाएं बाधित हो गई हैं।
मंडी (ब्यूरो): जिला मंडी में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़कें, बिजली और जलापूर्ति जैसी आवश्यक सेवाएं बाधित हो गई हैं। इस आपदा की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और राहत व बहाली कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं।
डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि मंगलवार सुबह तक जिले में कुल 331 सड़कें, 657 विद्युत ट्रांसफार्मर और 86 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। प्रशासन ने संबंधित विभागों को फील्ड में तैनात कर राहत कार्य तेज कर दिए हैं। लोक निर्माण विभाग, जलशक्ति विभाग और हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं और कई दुर्गम इलाकों तक भी मशीनरी और जनशक्ति पहुंचाकर प्राथमिकता के आधार पर बहाली कार्य किए जा रहे हैं।
सराज, करसोग और धर्मपुर क्षेत्र भारी बारिश से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं, जहां सड़कें और पेयजल योजनाएं बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। लोक निर्माण विभाग के सराज मंडल में 122, करसोग में 55 और थलौट में 56 सड़कें अवरुद्ध हैं। इन मार्गों को बहाल करने के लिए 106 जेसीबी मशीनें विभिन्न स्थलों पर तैनात की गई हैं।
विद्युत आपूर्ति की स्थिति पर जानकारी देते हुए डीसी ने कहा कि गोहर, करसोग, जोगिंद्रनगर और थलौट क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हैं। अकेले गोहर में 547 ट्रांसफार्मर बंद हैं, जबकि करसोग में 50 और जोगिंद्रनगर में 20 ट्रांसफार्मर फिलहाल ठप्प पड़े हैं। विद्युत बोर्ड की टीमें मौके पर पहुंचकर बिजली आपूर्ति बहाल करने में जुटी हुई हैं।
जलापूर्ति व्यवस्था की बात करें तो जिले की 86 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें थुनाग, पधर, करसोग और धर्मपुर क्षेत्र प्रमुख हैं। जलशक्ति विभाग द्वारा वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं ताकि लोगों को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ राहत कार्यों में लगे हुए हैं।