Edited By Kuldeep, Updated: 28 Aug, 2024 07:07 PM
डीसी अमरजीत सिंह ने हमीरपुर शहर एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों तथा सुजानपुर में संचालित की जा रही पेइंग गैस्ट सुविधाओं (पीजी) और अन्य निजी होस्टलों में सभी सुरक्षा मानकों एवं नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए बुधवार को जिला के प्रशासनिक...
हमीरपुर (ब्यूरो): डीसी अमरजीत सिंह ने हमीरपुर शहर एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों तथा सुजानपुर में संचालित की जा रही पेइंग गैस्ट सुविधाओं (पीजी) और अन्य निजी होस्टलों में सभी सुरक्षा मानकों एवं नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए बुधवार को जिला के प्रशासनिक अधिकारियों, नगर परिषद हमीरपुर और सुजानपुर, टीसीपी विभाग, पुलिस, खाद्य सुरक्षा, पर्यटन विभाग, राज्य कर एवं आबकारी और विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर डीसी ने कहा कि हमीरपुर शहर हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के हब के रूप में जाना जाता है और स्थानीय नगर परिषद के अनुसार यहां अभी 33 पीजी संचालित किए जा रहे हैं, जोकि प्रदेश भर के बच्चों को रहने एवं खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा और उन्हें पढ़ाई का बेहतर माहौल प्रदान करने तथा पीजी के संचालन पर नजर रखने के लिए समग्र नियमों-उपनियमों की आवश्यकता है।
डीसी ने स्थानीय नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे टीसीपी विभाग, पुलिस, खाद्य सुरक्षा, पर्यटन, अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों तथा पीजी संचालकों के साथ व्यापक चर्चा के बाद अतिशीघ्र विस्तृत बाईलॉज तैयार करें, ताकि इन्हें सभी पीजी पर लागू करके बच्चों के लिए पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध एवं आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जा सकें। उन्होंने कहा कि पीजी के पंजीकरण के लिए एक प्रक्रिया निर्धारित की जानी चाहिए तथा इसमें पुलिस, अग्निशमन, नगर परिषद, टीसीपी, खाद्य सुरक्षा और अन्य सभी संबंधित विभागों को शामिल किया जाना चाहिए। उपायुक्त ने कहा कि पीजी के पंजीकरण एवं संचालन के संबंध में बाईलॉज बनाकर जिला हमीरपुर एक नई शुरूआत कर सकता है। इसके लिए सभी संबंधित अधिकारी मेहनत करें और ऐसे समग्र एवं व्यापक बाईलॉज तैयार करें, जिसमें बच्चों की सुरक्षा, आवश्यक सुविधाएं और पढ़ाई के लिए बेहतरीन माहौल के सभी पहलू शामिल हों। बैठक में एडीएम राहुल चौहान, सहायक आयुक्त पवन शर्मा, डीएसपी, नगर परिषद, टीसीपी और अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।