Edited By prashant sharma, Updated: 11 Jul, 2020 05:53 PM
कैबिनेट की बैठक में बस किराया बढ़ोतरी की खबर सामने आने के बाद सरकार पर चौतरफा हमले शुरू हो गए। कोरोना काल में पहले ही समस्याओं से जूझ रही जनता पर इस तरह का बोझ डालने को लेकर किरकिरी के बाद सरकार बचाव की मुद्रा में नजर आई।
शिमला (योगराज) : कैबिनेट की बैठक में बस किराया बढ़ोतरी की खबर सामने आने के बाद सरकार पर चौतरफा हमले शुरू हो गए। कोरोना काल में पहले ही समस्याओं से जूझ रही जनता पर इस तरह का बोझ डालने को लेकर किरकिरी के बाद सरकार बचाव की मुद्रा में नजर आई। विपक्ष पूरी तरह बस किराये के विरोध में उतर आया है लेकिन पहले शिक्षा मंत्री व बाद में परिवहन मंत्री ने किराया बढ़ोतरी को लेकर गोलमोल जवाब देकर सरकार का बचाव कर रहे हैं और बस किराये में बढ़ोतरी की बात से इंकार कर रहे हैं लेकिन बस किराये में वृद्धि की चर्चा होने की बात को भी स्वीकार कर रहे हैं।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बस किराया बढ़ाने को लेकर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। ख़बर छपने के बाद हुई किरकिरी पर यू टर्न लेते हुए मंत्री सरकार के बचाव में आ गए हैं। परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने कहा कि किराया बढ़ाने सहित कई मामलों पर अनोपचारिक चर्चा हुई है लेकिन किराया बढ़ाने को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया है।
किराया बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर चौतरफा हमले हो रहे है। कांग्रेस पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि सरकार इस तरह के शगुफ़ा छोड़कर क्या सिद्ध करना चाहती है। किराया बढ़ाने जैसे निर्णयों के खिलाफ विपक्ष सड़कों पर उतरेगा व जन विरोधी फैसलों का पुरज़ोर विरोध करेगा।सरकार निर्णय लेने में सक्षम नहीं है सुबह सरकार कुछ फैसला लेती शाम होते होते कुछ और फैसला हो जाता है।