Edited By Kuldeep, Updated: 11 May, 2025 06:19 PM

जिला अस्पताल ऊना से पुलिस को गच्चा देकर भागा हत्यारोपी पंजाब में पागल बनकर घूमता रहा। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल से भागते समय जो कपड़े उसने पहने थे उस दो जोड़ी कपड़े में ही वह इतने दिनों तक रहा।
गगरेट (बृज): जिला अस्पताल ऊना से पुलिस को गच्चा देकर भागा हत्यारोपी पंजाब में पागल बनकर घूमता रहा। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल से भागते समय जो कपड़े उसने पहने थे उस दो जोड़ी कपड़े में ही वह इतने दिनों तक रहा। रविवार को गगरेट पुलिस के पीओ सैल के राजेश नारायण ने उसे जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश किया। यहां से उसे जिला कारागार बनगढ़ भेज दिया है। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल से भागने के बाद हत्यारोपी सुनील राणा ट्रेन से दौलतपुर चौक की ओर गया है लेकिन वह पैदल ही पहले दौलतपुर चौक तक पहुंचा और वहां से तलवाड़ा गया। वहां से वह किसी तरह अमृतसर पहुंच गया।
अमृतसर में भी उसे जहां ठोर-ठिकाना मिला वहां रातें गुजारता रहा। भारत-पाक युद्ध के चलते जब पंजाब पुलिस ने संदिग्ध लोगों की निगरानी रखनी शुरू की तो सुनील राणा ट्रेन से जालंधर आ गया। यहां भी कुछ लोगों ने अज्ञात व्यक्ति को अचानक देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस जब उससे पूछताछ करने पहुंची तो उसने अपने आप को पागल साबित करने का प्रयास किया और पुलिस जवानों पर पत्थर बरसा कर उन्हें भी घायल कर दिया।
हालांकि चौकी इंचार्ज ने किसी तरह से उससे उसके गांव का नाम पूछा। उसने अपने गांव का नाम बता दिया जिस पर जब चौकी इंचार्ज ने गांव में पता किया तो उसकी तस्दीक हो गई। इसी बीच न्यायालय द्वारा उसे उद्घोषित करने के बाद गगरेट पुलिस के पीओ सैल से एचएचसी राजेश नारायण भी उसकी तलाश में थे। उन्हें भी उनके मुखबिर द्वारा पता चला कि सुनील राणा जालंधर में पुलिस कस्टडी में है।
इस पर राजेश नारायण ने भी जालंधर में चौकी इंचार्ज से बात कर सुनील राणा को उनके आने तक कहीं भी न जाने देने का आग्रह किया। इस तरह से 12 वर्षीय बच्ची का हत्यारोपी दोबारा पुलिस के हत्थे चढ़ा। डीएसपी डा. वसुधा सूद ने बताया कि सुनील राणा को जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आदेश पर बनगढ़ जेल भेज दिया गया है।