Edited By Kuldeep, Updated: 04 Dec, 2024 11:44 AM
नगर निकायों के बाशिंदों पर पहले एरिया फैक्टर के हिसाब से गृहकर लगता था, अब गृहकर यूनिट फैक्टर के हिसाब से लगेगा। यानी एक आवासीय भवन बेशक वह एक हजार वर्ग फुट का ही है, उसे एक यूनिट माना जाएगा।
गगरेट (बृज): नगर निकायों के बाशिंदों पर पहले एरिया फैक्टर के हिसाब से गृहकर लगता था, अब गृहकर यूनिट फैक्टर के हिसाब से लगेगा। यानी एक आवासीय भवन बेशक वह एक हजार वर्ग फुट का ही है, उसे एक यूनिट माना जाएगा। वाणिज्यक भवनों पर भी यूनिट मैथेड के हिसाब से फैक्टर सिस्टम से गृहकर लगेगा। नगर पंचायत गगरेट विज्ञान एवं पर्यावरण विभाग को इस सर्वेक्षण के लिए 12 लाख रुपए अदा करेगी। इसके लिए 6 लाख रुपए जमा भी करवाए जा चुके हैं जिसके चलते सर्वेक्षण का कार्य शुरू भी हो गया है।
विज्ञान एवं पर्यावरण विभाग ने गगरेट कस्बे का ड्रोन सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। अब फिजिकल वैरीफेकिशन होगी। खास बात यह है कि पहले गृहकर ऑनलाइन नहीं था लेकिन अब गृहकर ऑनलाइन हो जाने के बाद गृहकर अदा न करने वाले जल्द पकड़ में आ सकेंगे। नगर पंचायत की सचिव सुषमा रानी ने कहा कि शहरी विकास विभाग के निर्देश पर अब गृहकर ऑनलाइन होगा और अब यूनिट मैथेड से हर घर से गृहकर वसूल किया जाएगा। इसके लिए विज्ञान एवं पर्यावरण विभाग का सर्वेक्षण जारी है।