Edited By Vijay, Updated: 03 May, 2023 07:50 PM

असम की दरांग फील्ड फायरिंग रेंज में हुई एक दुर्घटना में शहीद हुए जिला मंडी रिवालसर क्षेत्र के सीएफएन संदीप कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार प्रात: उनके पैतृक गांव सरध्वार पहुंचा। जैसे ही शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंची तो संदीप अमर रहे के नारों से पूरा...
रिवालसर (ब्यूरो): असम की दरांग फील्ड फायरिंग रेंज में हुई एक दुर्घटना में शहीद हुए जिला मंडी रिवालसर क्षेत्र के सीएफएन संदीप कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार प्रात: उनके पैतृक गांव सरध्वार पहुंचा। जैसे ही शहीद की पार्थिव देह गांव पहुंची तो संदीप अमर रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। शहीद के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लिपटा हुआ देखते ही परिजनों की चीखो-पुकार से सभी की आंखें नम हो गईं। शहीद की पत्नी नेहा पार्थिव शरीर से लिपट गई और रोते-बिलखते बेहोश हो गई, वहीं माता-पिता व भाई-बहन भी पार्थिव शरीर से लिपट गए। शहीद का डेढ़ वर्षीय बेटा अपने पापा के अंतिम दर्शनों के दौरान जोर-जोर से रोने लगा।

छोटे भाई ने दी शहीद को मुखाग्नि
शहीद के छोटे भाई सैनिक संजय कुमार ने पैतृक श्मशानघाट पर अपने बड़े भाई को मुखाग्नि दी। सेना के जवानों द्वारा सलामी दी गई और पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। जिला प्रशासन की ओर से एसएसपी मंडी सागर चंद, एडीएम मंडी अश्विनी कुमार, नायब तहसीलदार रिवालसर संजीव कुमार, सूबेदार राकेश कुमार, एक्स सर्विस वूमैन वैल्फेयर की प्रदेशाध्यक्ष आशा ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, ब्राह्मण सभा खंड बल्ह के प्रधान गोपाल शर्मा व पंचायत प्रधान पवन सहित सेना के जवानों तथा पूर्व सैनिकों और सगे संबंधियों ने पुष्पचक्र चढ़ाकर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
मां व पत्नी ने तिरंगे को सीने से लगाते हुए दिया अर्थी को कंधा
अंतिम रस्मों-रिवाजों को पूरा करने के बाद जब शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई तो मां हीरा देवी और पत्नी नेहा ने तिरंगे को सीने से लगाकर रोते-बिलखते हुए संदीप की अर्थी को कंधा देते हुए उसे घर से विदा किया, वहीं बूढ़े पिता हीरा लाल बेटे को यूं देख बेसुध से हो गए।
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