Edited By Vijay, Updated: 06 May, 2022 11:30 PM
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री पंडित सुखराम (95) की ब्रेन स्ट्रोक के चलते हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में आईसीयू में भर्ती किया गया है। सदर विधायक व पंडित सुखराम के बेटे अनिल शर्मा और पोते आश्रय शर्मा सहित परिवार के अन्य सदस्य...
मंडी (रजनीश): पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री पंडित सुखराम (95) की ब्रेन स्ट्रोक के चलते हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में आईसीयू में भर्ती किया गया है। सदर विधायक व पंडित सुखराम के बेटे अनिल शर्मा और पोते आश्रय शर्मा सहित परिवार के अन्य सदस्य अस्पताल में मौजूद हैं। डाॅक्टरों की टीम पंडित सुखराम के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखे हुए है। बताया जा रहा है कि ब्रेन स्ट्रोक की वजह से क्लॉटिंग भी हुई है, जिससे चिंता और ज्यादा बढ़ गई है। अनिल शर्मा ने बताया कि शनिवार सुबह उन्हें उपचार के लिए दिल्ली अपोलो अस्पताल लिफ्ट किया जाएगा। पंडित सुखराम को एयर लिफ्ट करने के लिए परिवार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है। उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी पंडित सुखराम के परिवार के सदस्यों से उनका हालचाल जानकर उनके स्वास्थ्य में सुधार की कामना की है।
विधायक राकेश जम्वाल पहुंचे अस्पताल
सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल पंडित सुखराम के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना मिलते ही देर शाम क्षेत्रीय अस्पताल मंडी पहुंचे और अनिल शर्मा से बातचीत करके हालचाल पूछा। इसके अलावा पंडित सुखराम का हाल जानने के लिए डीसी मंडी अरिंदम चौधरी भी अस्पताल पहुंच चुके हैं। भाजपा महामंत्री राकेश जम्वाल ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल से पंडित सुखराम को दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट किया जाएगा।
सुखराम ने 1998 में बनाई थी हिविकां
1998 के हिमाचल विधानसभा चुनाव पंडित सुखराम ने कांग्रेस से अलग होकर हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी (हिविकां) बनाई थी। इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस किसी को बहुमत नहीं मिला, जबकि हिविकां ने उस वक्त के चुनाव में 4 सीटें जीती थीं। पंडित सुखराम ने अपने 4 विधायकों के साथ भाजपा को समर्थन दिया था। इस समर्थन से भाजपा की सरकार बनी। बाद में जून में लाहौल-स्पीति की सीट पर जब चुनाव हुए तो हिमाचल विकास कांग्रेस ने यह सीट भी जीती। तब इस सीट से जीते रामलाल मारकंडा वर्तमान में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सरकार में मंत्री हैं।
1991 में केंद्र सरकार में बने थे मंत्री
1991 में जब दिल्ली में नरसिम्हा राव सरकार थी तो उस सरकार में पंडित सुखराम दूरसंचार मंत्री बने थे। 1996 में संचार घोटाले में नाम आने के कारण मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इससे पहले 1985 से 1989 के बीच स्वर्गीय राजीव गांधी की सरकार में भी पंडित सुखराम मंत्री रहे थे।
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