Edited By Kuldeep, Updated: 31 Dec, 2024 10:47 PM
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बाेर्ड के अधीन लगभग 548 स्कूल आते हैं। इनमें से 363 सीनियर सैकेंडरी स्कूल और 185 हाई स्कूल हैं। इन 548 स्कूलाें में हजाराें बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, लेकिन इन सीनियर और हाई स्कूलाें के लगभग 350 स्कूलाें ने अभी तक...
धर्मशाला (तिलक): हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बाेर्ड के अधीन लगभग 548 स्कूल आते हैं। इनमें से 363 सीनियर सैकेंडरी स्कूल और 185 हाई स्कूल हैं। इन 548 स्कूलाें में हजाराें बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, लेकिन इन सीनियर और हाई स्कूलाें के लगभग 350 स्कूलाें ने अभी तक बच्चाें का बाेर्ड परीक्षा शुल्क जमा नहीं करवाया है। इसके साथ ही 4 मार्च से हाेने वाली वार्षिक परीक्षा उन्हीं केंद्राें में करवाई जाएगी, जाे सीसीटीवी से लैस हाेंगे।
लगभग 350 स्कूलाें ने नहीं करवाई बच्चाें की परीक्षा फीस जमा
लगभग 350 ऐसे सीनियर और हाई स्कूल हैं जिन्हाेंने अभी तक बच्चाें की परीक्षा फीस ही जमा नहीं करवाई है। शिक्षा बाेर्ड के अनुसार 31 दिसम्बर तक वार्षिक परीक्षा शुल्क भरने की अंतिम तिथि थी और निर्धारित तिथि पर परीक्षा शुल्क न जमा करवाने पर अब स्कूली बच्चाें पर अतिरिक्त बाेझ पड़ेगा, क्याेंकि 31 दिसम्बर के बाद परीक्षा शुल्क के साथ अतिरिक्त एक हजार रुपए देने पड़ेंगे, जिससे स्कूली बच्चाें के अभिभावकाें पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
प्रदेश भर में सीनियर और हाई स्कूलाें की वार्षिक परीक्षाएं के लिए शिक्षा बाेर्ड की ओर से लगभग 2250 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जिनमें 2 हजार परीक्षा केंद्र सरकारी स्कूलाें और लगभग 250 परीक्षा केंद्र निजी स्कूलाें में बनाए गए हैं और जाे परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, उनमें सीसीटीवी कैमरे हाेना जरूरी हैं। अगर किसी सैंटर में सीसीटीवी कैमरे नहीं हुए ताे उस केंद्र काे बाेर्ड द्वारा रद्द भी किया जा सकता है। जाे परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, उनमें लगे सीसीटीवी कैमराें की देखरेख के लिए सैंटर काे-आर्डीनेटर और आईटी विजिलेटर नियुक्त किए गए हैं। अगर कैमराें में काेई गड़बड़ी पाई जाती है ताे इसकी सारी जिम्मेदारी सैंटर काे-आर्डीनेटर और आईटी विजिलेटर की हाेगी।
दूरदराज के क्षेत्रों के बच्चों के लिए बोर्ड ने किए विशेष प्रबंध
हिमाचल प्रदेश के जाे दूरदराज के क्षेत्राें में जाे शिक्षा बाेर्ड द्वारा परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं, वहां पर बाेर्ड की ओर से विशेष प्रबंध किए हैं। अगर परीक्षा के दाैरान यहां पर अधिक बारिश और बर्फबारी हाेती है और बच्चे परीक्षा देने के लिए केंद्र में परीक्षा के लिए नहीं पहुंच सकते हैं ताे उनके नजदीक जाे भी परीक्षा केंद्र हाेगा वहां पर बाेर्ड उनकाे परीक्षा देने की अनुमति देगा, ताकि वे वहां पर अपनी परीक्षा दे सकें। अगर फिर भी इन क्षेत्राें के बच्चे परीक्षा नहीं दे पाए ताे बाेर्ड द्वारा उनके लिए विशेष परीक्षा करवाई जाएगी। शिक्षा बाेर्ड का यह पहला उद्देश्य है कि परीक्षा के समय बच्चाें काे किसी प्रकार की काेई परेशानी न हाे।
स्कूल शिक्षा बाेर्ड सचिव धर्मशाला डा. (मेजर) विशाल शर्मा का कहना है कि 4 मार्च से शुरू हाे रही 10वीं और जमा दाे की वार्षिक परीक्षाओं के लिए शिक्षा बाेर्ड द्वारा 2250 परीक्षा केंद्र सरकारी और निजी स्कूलाें में स्थापित किए हैं और सभी परीक्षा केंद्राें में सीसीटीवी कैमरे हाेना जरूरी हैं। इसके साथ ही अभी तक 10वीं और 12वीं के लगभग 350 स्कूलाें ने वार्षिक परीक्षा के लिए बाेर्ड का परीक्षा शुल्क ही जमा नहीं करवाया है। इसके लिए अंतिम तिथि 31 दिसम्बर थी और इसके बाद लगभग एक हजार अतिरिक्त परीक्षा शुल्क देना होगा।