Edited By Jyoti M, Updated: 07 Sep, 2024 12:07 PM
प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर प्रदेश में 258 गौ सदन खोले हैं उसके बावजूद भी सैंकड़ों बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। प्रदेश के लगभग हर मार्ग बेसहारा पशुओं से भरे पड़े हैं। इस कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं और कई लोगों को जान से भी...
बिलासपुर, (अंजलि): प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर प्रदेश में 258 गौ सदन खोले हैं उसके बावजूद भी सैंकड़ों बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। प्रदेश के लगभग हर मार्ग बेसहारा पशुओं से भरे पड़े हैं। इस कारण कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं और कई लोगों को जान से भी हाथ धोना पड़ा है। जिला प्रगति समाज सेवा समिति व अपाहिज गौवंश भटेड़ गौशाला के संचालक सुनील कुमार ने बताया कि सड़क पर बेसहारा पशुओं को लेकर घटित हो रही इन घटनाओं के लिए पशु मालिक व सरकारें दोषी हैं।
सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर पशुओं को टैग लगाने की मुहिम तो चलाई है परंतु पशु मालिक सरकार की इस मुहिम को ठेंगा दिखाकर पशुओं को सड़क पर छोड़ रहे हैं। यहां तक कि पशु मालिक क्रूरता की हद पार कर कई बार पशुओं के कान से टैग निकालने के लिए उनके कान तक काट देते हैं। गाय के नवजात बच्चे तक सड़कों पर मरने के लिए छोड़े जा रहे हैं।