Edited By Vijay, Updated: 16 Nov, 2023 07:53 PM

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पत्रकार को कोई भी व्यक्ति हल्के में नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि पत्रकार की विश्वसनीयता उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि होती है, जिससे उसको पहचान मिलती है।
शिमला (ब्यूरो): उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पत्रकार को कोई भी व्यक्ति हल्के में नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि पत्रकार की विश्वसनीयता उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि होती है, जिससे उसको पहचान मिलती है। मुकेश अग्निहोत्री यहां राष्ट्रीय प्रैस दिवस के अवसर पर कृत्रिम मेधा (एआई) के दौर में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पत्रकार महत्वपूर्ण सामाजिक घटनाओं, सरकार के काम से संबंधित जानकारी और अन्य सूचनाओं को सच्चाई और तथ्य के आधार पर समाज के समक्ष प्रस्तुत करने का दायित्व निभाते हैं। पत्रकारिता में सत्यता, वस्तुनिष्ठा, पारदर्शिता और निष्पक्षता की अपेक्षा रहती है।

आधुनिक युग में बहुत तेजी से हो रहा सूचनाओं का आदान-प्रदान
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछले 2 दशकों में पत्रकारिता के क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन का प्रभाव साफ देखा जा सकता है। आधुनिक युग में सूचनाओं का आदान-प्रदान बहुत तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया और ब्रॉडकास्ट मीडिया के साथ ही आज सोशल मीडिया का दौर है लेकिन हर माध्यम की अपनी एक महत्ता है जो कभी कम नहीं होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नवीन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को अपने विभागों में शामिल करने की पहल की है। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम की बसों में न्यूनतम शुल्क पर सामान भेजने की सुविधा, वाहनों के नम्बरों की ऑनलाइन नीलामी और चिंतपूर्णी मंदिर में वीआईपी दर्शन की सुविधा जैसी नवोन्मेषी पहलों से प्रदेश के राजस्व में करोड़ों रुपए की वृद्धि होने के साथ ही पारदर्शिता भी बढ़ी है। मुख्य संसदीय सचिव, सूचना एवं जन सम्पर्क संजय अवस्थी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के दौरान मीडिया ने सराहनीय भूमिका निभाई है। आजादी से लेकर वर्तमान समय तक मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।
सूचनाओं के आदान-प्रदान के माध्यमों में भी व्यापक वृद्धि हुई : राजीव कुमार
निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क राजीव कुमार ने विभाग की ओर से सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में त्वरित बदलाव से सूचनाओं के आदान-प्रदान के माध्यमों में भी व्यापक वृद्धि हुई है। इससे पत्रकारिता में भी विविधता आई है। परिचर्चा में विभिन्न मीडिया प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार सांझा किए। इस अवसर पर स्थानीय विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग की अतिरिक्त निदेशक आरती गुप्ता, संयुक्त निदेशक प्रदीप कंवर एवं महेश पठानिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी व शिमला स्थित विभिन्न मीडिया संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस से घबराने की आवश्यकता नहीं : संजीव शर्मा
पंजाब केसरी डिजिटल टीवी के संपादक एवं मुख्य वक्ता संजीव शर्मा ने कहा कि बदलते दौर के साथ सूचना प्रौद्योगिकी भी निरंतर उन्नत होती गई है। आरम्भ में बदलाव से हमें संकोच होता है और निरन्तर उपयोग से हम इसके प्रति सहज महसूस करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस से घबराने अथवा डरने की आवश्यकता नहीं है। इसके सकारात्मक पहलुओं को अपनाते हुए हमें इनके उपयोग पर संकोच नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में एआई का उपयोग आवश्यक है मगर तथ्यों की जांच-परख भी उतना ही जरूरी है।
आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस इंसानियत का भविष्य : संजीव बरयाना
संजीव बरयाना ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस इंसानियत का भविष्य है। इससे हमारा कार्य आसान हुआ है और समाचारों के प्रसार में भी तेजी आई है। उन्होंने एआई के सचेत उपयोग पर बल देते हुए कहा कि इसके शरारतपूर्ण अथवा गलत उपयोग से व्यापक स्तर पर हानि से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
कृत्रिम मेधा को शत्रु की बजाय सहायक समझें : नवनीत शर्मा
नवनीत शर्मा ने कहा कि हमें कृत्रिम मेधा को शत्रु की बजाय सहायक समझना चाहिए। हालांकि एआई को विवेक के अनुसार हम कैसे अपनाते हैं, यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि मानवीय संवेदना के स्तर पर कृत्रिम मेधा इंसान के सामने कहीं नहीं ठहरती।
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