सड़कों के निर्माण को बेतरतीब तरीके से काटी पहाड़ियां, पूर्व में उठाया था मामला : मुकेश अग्निहोत्री

Edited By Vijay, Updated: 29 Aug, 2023 11:12 PM

deputy cm mukesh agnihotri

सड़कों और फोरलेन के निर्माण के लिए पहाड़ियों को बेतरतीब तरीके से काटा गया। पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान उद्योग मंत्री रहते हुए इस विषय को उठाया था लेकिन ठेकेदारों ने पैसों के लालच में आकर बेतरतीब तरीके से इन्हें काटा।

धर्मशाला (ब्यूरो): सड़कों और फोरलेन के निर्माण के लिए पहाड़ियों को बेतरतीब तरीके से काटा गया। पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान उद्योग मंत्री रहते हुए इस विषय को उठाया था लेकिन ठेकेदारों ने पैसों के लालच में आकर बेतरतीब तरीके से इन्हें काटा। मंगलवार को धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पूर्व में बतौर उद्योग मंत्री भी उन्होंने बात कही थी कि पहाड़ों का कटान सही से नहीं हो रहा है। बेतरतीब पहाड़ काटकर उसकी सामग्री को ठेकेदारों ने यूज कर लिया। पहाड़ियों का दरकना चिंता का विषय है, आपदा में लोगों के मकान ही नहीं टूटे बल्कि दिल टूटे हैं। हिमाचल में आए संकट को पूरा देश देख रहा है, त्रासदी अपने पीछे कई सवाल छोड़ जाती है। जिला कांगड़ा में पहाड़ियां धंसने से ज्यादा नुक्सान हुआ है और अब यह एक चिंतनीय विषय बन गया है। उन्होंने कहा कि डीसी कांगड़ा से बात हुई है कि पहाड़ियां धंसने/दरकने की असली वजह क्या है, यह जानने के लिए बड़ी एजैंसियां हायर की जाएं। आपदा के लिए डैम, फोरलेन, पहाड़ियों को बेतरतीब ढंग से काटने को दोषी ठहराया जा रहा है, असली वजह क्या है, यह तो भू-वैज्ञानिक की बता पाएंगे।

कांगड़ा में 3 हजार लोग किए रैस्क्यू, राहत शिविरों में अभी भी ठहरे हैं 500 लोग
डिप्टी सीएम ने कहा कि जिला कांगड़ा में जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ द्वारा 3000 लोगों को रैस्क्यू किया गया। जिले में अभी भी करीब 500 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। इस त्रासदी  में जिले में 9 मौतें भी हुई हैं। जिले में 1300 मकानों को आपदा से नुक्सान पहुंचा है, जिनमें 400 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। जिले में आपदा से हुए नुक्सान पर 4 करोड़ रुपए की राशि फौरी राहत के तौर पर वितरित की जा चुकी है। प्रभावित लोगों का पुनर्वास करवाना सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए नीतिगत फैसले लिए जाएंगे।

जान जोखिम में डालने वाले अधिकारी-कर्मचारी होंगे सम्मानित
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के दौरान जान जोखिम में डालकर राहत कार्यों में जुटे अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा। जिला प्रशासन ने विभिन्न विभागों के सहयोग से तत्परता से कार्य करते हुए जिले में जानी नुक्सान को कम करने का प्रयास किया है। प्रभावितों के जख्मों पर सरकार मरहम लगाने का काम कर रही है।

त्रासदी राजनीति का विषय नहीं
नेता प्रतिपक्ष की ओर से आंकड़ों को लेकर उठाए सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम ने कहा कि त्रासदी राजनीति का विषय नहीं है। इस त्रासदी का मंजर कोरोना से भी भयानक रहा है। बस्तियां, मोहल्ले उजड़ गए। उन्होंने कहा कि हम राजनीति नहीं करना चाहते, यदि विपक्ष को लगता है कि कुछ और किया जाना चाहिए तो बताएं हम काम करने को तैयार हैं।

भीड़ वाले क्षेत्रों में उपलब्ध होगा गुणवत्तायुक्त पानी
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश का स्वच्छ व गुणवत्तापूर्ण पानी देश से लेकर विदेश तक पहुुंच गया है। कई लोगों ने हिमाचल का पानी बोतलों में बेचकर अरबों रुपए कमा लिए और प्रदेश के लोग अब बोतलों की तरफ  भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के गुणवत्तायुक्त पानी को भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पहुंचाने के लिए प्रोजैक्ट चलाया जा रहा है। ऐसे क्षेत्रों में नलों से ही लोगों को स्वच्छ व गुणवत्तायुक्त पेयजल प्राप्त होगा।

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