Edited By Vijay, Updated: 04 Aug, 2024 01:18 PM
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा और इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा और इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा महाविद्यालयों को सशक्त बनाने के लिए साधन और संसाधनों को व्यापक स्तर पर सृजित और सुदृढ़ करेगी। उन्होंने महाविद्यालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों और पर्याप्त स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों को भविष्य की जरूरतों और तकनीक के आधार पर सुदृढ़ किया जाएगा और संसाधन सृजन पर बल दिया जाएगा। उन्होंने चिकित्सा महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर विषयों की सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करने के निर्देश भी दिए] साथ ही सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कमियों को चिन्हित कर उनका समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुणात्मक चिकित्सा देखभाल के लिए छह मरीजों के अनुपात पर एक स्टाफ नर्स तैनात की जाएगी।
टांडा चिकित्सा महाविद्यालय की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने मरीजों की प्रतीक्षा अवधि को कम करने और परामर्श अवधि को बढ़ाने के लिए चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया। मरीजों के पंजीकरण के लिए पंजीकरण काऊंटर की संख्या भी बढ़ाई जाएगी ताकि लोगों को चिकित्सक से परामर्श के लिए अधिक इंतजार न करना पड़े। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2023 में टांडा चिकित्सा महाविद्यालय ने विभिन्न विभागों में कुल 6,05,489 मरीजों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की।मुख्यमंत्री ने बताया कि टांडा महाविद्यालय में 100 बिस्तर क्षमता का सैंटर ऑफ एक्सीलैंस इन मैंटल हैल्थ विकसित किया जाएगा और बीएससी नर्सिंग कक्षाएं भी शुरू की जाएंगी। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों, पैरा मेडिकल तथा अन्य श्रेणियों के विभिन्न पदों को भरने की स्वीकृति भी दी गई है।
इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने विभिन्न श्रेणियों के पदों के सृजन और लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। वहीं विभिन्न भवनों की मुरम्मत के लिए अतिरिक्त बजट का प्रावधान करने की बात कही। वर्ष 2023 में इस महाविद्यालय के विभिन्न विभागों ने कुल 8,72,829 मरीजों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की। मुख्यमंत्री ने अटल सुपर स्पैशिएलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान चमियाणा को निरंतर सुदृढ़ करने का भी आश्वासन दिया। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक संजय रतन, मलेंद्र राजन व हरीश जनारथा, टांडा व शिमला चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य व चिकित्सा अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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