Edited By Vijay, Updated: 27 Aug, 2023 08:10 PM

मौसम साफ रहने तथा धूप खिलने पर सरकार प्रदेश की सभी सड़कों को एक सप्ताह में खोल देगी लेकिन यदि बारिश होगी तो भूस्खलन होता रहेगा। ऐसे में सड़कों को खोलना मुश्किल हो जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने रविवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में...
शिमला (भूपिन्द्र): मौसम साफ रहने तथा धूप खिलने पर सरकार प्रदेश की सभी सड़कों को एक सप्ताह में खोल देगी लेकिन यदि बारिश होगी तो भूस्खलन होता रहेगा। ऐसे में सड़कों को खोलना मुश्किल हो जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने रविवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि हालांकि भूस्खलन पहाड़ों में एक आम बात है लेकिन इस बार यह भारी मात्रा में हुआ है। प्रदेश में सभी पेयजल योजनाओं व सड़कों को फिर से बनाने में 1 साल का समय लगेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में आपदा 3 चरणों में आई है। पहली मनाली व मंडी में, दूसरी शिमला तथा तीसरे चरण में निचले हिमाचल में आई है। शिमला में भूस्खलन से अधिक नुक्सान हुआ है, लेकिन सरकार का प्रयास पहले जिंदगियों को बचाने का था, जिसमें हम सफल हुए हैं।
शिमला में जहां स्ट्रक्चर डिजाइनिंग अच्छी थी, वहां नहीं हुआ नुक्सान
सीएम ने कहा कि शिमला शहर में जहां पर स्ट्रक्चर डिजाइनिंग अच्छी थी वहां नुक्सान नहीं हुआ लेकिन शहर में जहां नियमों को ताक पर रखकर इमारतें बनी हैं वहां ही नुक्सान हुआ है। शहर में नुक्सान का अन्य कारण ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं होना तथा नालों को बंद करना भी है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार कड़े कदम उठा रही है। इसके तहत राज्य में खनन पर बैन लगा दिया गया है। आपदा से सबक लेते हुए अब भवन निर्माण के लिए नियमों के तहत स्ट्रक्चर डिजाइनिंग करना अनिवार्य किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार योजना तैयार कर रही है। भविष्य में पहाड़ व प्राकृतिक सुंदरता को बचाने के लिए सरकार काम कर रही है।
बद्दी में पुलों के निर्माण में ली जाएगी सेना की मदद
सीएम ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में सारे पुल बह गए हैं। ऐसे में इनके निर्माण के लिए सेना की मदद ली जाएगी। बद्दी से वैट सहित पर्यटन व शराब से होने वाली आय का भी सरकार को नुक्सान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने केंद्र को नियमों के अनुसार 9000 करोड़ रुपए के नुक्सान की रिपोर्ट भेजी है। उन्होंने पीएम, गृह मंत्री तथा अन्य केंद्रीय नेताओं से मिलकर प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने तथा केदारनाथ व भुज की तर्ज पर राहत पैकेज देने की मांग की है।
अवकाश वाले दिन सचिवालय पहुंचे सीएम
सीएम सुखविंदर सिंह रविवार को अवकाश वाले दिन भी सचिवालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की तथा विभिन्न विभागों के साथ समीक्षा बैठक की। सीएम सुबह साढ़े 11 बजे सचिवालय पहुंचे तथा फाइलें निपटाईं, साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत व रिस्टोरेशन कार्य में तेजी लाने की हिदायत दी।
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