पर्यटन परियोजनाओं के कार्य निर्धारित समयावधि में किए जाएं पूरे : जयराम

Edited By Vijay, Updated: 07 Apr, 2021 06:53 PM

cm jairam in meeting

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी पर्यटन परियोजनाओं के कार्य निर्धारित समयावधि में पूरे करने के निर्देश दिए और कहा कि उन परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिनका निर्माण कार्य...

शिमला (ब्यूरो): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी पर्यटन परियोजनाओं के कार्य निर्धारित समयावधि में पूरे करने के निर्देश दिए और कहा कि उन परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिनका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र की असीम संभावनाएं हैं और राज्य सरकार पर्यटकों को बेहतरीन पर्यटन अधोसंरचना उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मंडी जिला के जंजैहली में पर्यटन केंद्र का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जिस पर 25.17 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं और यह केंद्र इस घाटी की यात्रा पर आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षण का अतिरिक्त केंद्र बनेगा। इस केंद्र में ओपन एयर थियेटर, 3 कॉटेज, कन्वैंशन सैंटर, कैफेटेरिया और 12 आधुनिक कमरों की सुविधा उपलब्ध होगी।

कांगड़ा में 17 करोड़ से बनाया जा रहा कांगड़ा हाट

सीएम ने कहा कि कांगड़ा में 17 करोड़ रुपए की लागत से कांगड़ा हाट का निर्माण किया जा रहा है। डल झील के सौंदर्यीकरण और चम्बा जिला के भलेई में कला एवं शिल्प परियोजना के माध्यम से एक ओर जहां प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा को दर्शाने में सहायता मिलेगी, वहीं ये पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का विशेष केंद्र बनकर उभरेंगे। यह परियोजना इस वर्ष सितम्बर माह तक पूरी कर ली जाएगी, जिस पर 4 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। इसी प्रकार डल झील के सौंदर्यीकरण का कार्य भी इसी वर्ष सितम्बर तक पूरा हो जाएगा, जिस पर 4 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

सोलन के क्यारीघाट में 29.90 करोड़ से कन्वैंशन सैंटर का हो रहा निर्माण

जयराम ठाकुर ने कहा कि सोलन जिला के क्यारीघाट में 29.90 करोड़ की लागत से कन्वैंशन सैंटर का निर्माण किया जा रहा है और इसका कार्य भी इसी वर्ष सितम्बर माह तक पूरा कर लिया जाएगा। कंडाघाट के नजदीक 44 बीघा भूमि पर कला एवं शिल्प गांव को विकसित करने का कार्य प्रगति पर है, जिसके लिए वन स्वीकृतियां प्राप्त करने की प्रक्रिया जारी है। ये दोनों परियोजनाएं कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थापित की जा रही हैं, जिसकी वजह से ये सैलानियों के लिए अतिरिक्त आकर्षण का केंद्र बनेंगी। सीएम ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडी में शिवधाम परियोजना के प्रथम चरण का कार्य निर्धारित समय में पूरा करना सुनिश्चित बनाएं। भविष्य में वाहनों की आवाजाही बढऩे की संभावना को देखते हुए मंडी से शिवधाम तक संपर्क सड़क मार्ग को चौड़ा किया जाए तथा यह भी ध्यान रखा जाए कि कंकरीट के ढांचों के निर्माण न हों।

शिमला में बैंटनी कैसल के जीर्णोद्धार का कार्य इसी साल होगा पूरा

उन्होंने कहा कि शिमला में बैंटनी कैसल के जीर्णोद्धार का कार्य इसी साल सितम्बर महीने तक पूरा किया जाएगा, जिस पर 25.45 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने कह कि राजधानी शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए बैंटनी कैसल और टाऊन हॉल में लाइट एंड साऊंड शो प्रमुख आकर्षण बनेगा। उन्होंने कहा कि भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग को बैंटनी कैसल का सदुपयोग करना चाहिए।

रज्जु मार्गों के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश

सीएम ने धर्मशाला-मैक्लोडगंज, पलचान-रोहतांग, हिमानी-चामुंडा व श्री आनंदपुर साहिब-श्रीनयना देवी आदि रज्जु मार्गों के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इनसे प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को न केवल परिवहन का अतिरिक्त विकल्प मिलेगा, बल्कि इन क्षेत्रों में पर्यटन विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को वन स्वीकृतियों के मामले प्रभावी तरीके से उठाने के भी निर्देश दिए, ताकि सभी पर्यटन परियोजनाओं पर शीघ्र कार्य आरंभ हो सके।

चांशल वैली साहसिक खेल प्रेमियों के लिए बनेगा आकर्षण का केंद्र

सीएम कहा कि प्रदेश सरकार सार्वजनिक-निजी सहभागिता से शिमला जिला के चांशल में एक महत्वाकांक्षी पर्यटन परियोजना भी हाथ में लेने जा रही है, जिसे एक नए पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा और यह विशेष तौर पर साहसिक खेल प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस परियोजना के अंतर्गत रज्जु मार्ग, स्की लिफ्ट, स्की रिजोर्ट, हैलीपैड, कैंपिंग और स्की स्लोप विकसित की जाएंगी। परियोजना के लिए एक्सप्रैसन ऑफ इंटरैस्ट पहली मार्च, 2021 को जारी किया जा चुका है, जिसके लिए आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 19 अप्रैल, 2021 तय की गई है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना शिमला जिला में पर्यटन को एक नया आयाम प्रदान करेगी।

स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का स्मारक स्थापित करने को तलाशी जाएं संभावनाएं

सीएम ने कहा कि अटल टनल रोहतांग के उत्तरी और दक्षिणी पोर्टल पर कार्य में तेजी लाई जानी चाहिए क्योंकि यह सुरंग प्रमुख पर्यटन गंतव्यों में एक बन चुकी है। इस कार्य के पूरा होने से पर्यटकों को सड़क किनारे बेहतर सुविधाएं मिलने के साथ-साथ ठहरने व भोजन की भी उचित व्यवस्था मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों को कुल्लू जिला के प्रीणी गांव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मारक स्थापित करने के लिए संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रदेश में सभी प्रमुख हैलीपोर्ट परियोजनाओं का कार्य निश्चित समय में पूरा करने के निर्देश दिए ताकि पर्यटकों को इनका लाभ शीघ्र मिल सके। पर्यटन विभाग के सचिव देवेश कुमार ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि प्रदेश में निष्पादित की जा रही सभी पर्यटन परियोजनाओं का कार्य शीघ्र पूरा करने के भरसक प्रयास किए जाएंगे।

बैठक में ये रहे मौजूद

पर्यटन विभाग के निदेशक युनूस ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। बैठक के दौरान महापौर सत्या कौंडल, उपमहापौर शैलेंद्र चौहान, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान व जेसी शर्मा, प्रधान सचिव रजनीश, सचिव डॉ. अजय शर्मा और नगर निगम शिमला के आयुक्त आशीष कोहली सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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