Edited By Vijay, Updated: 19 Jun, 2025 07:23 PM

पांवटा साहिब में बुधवार को जनसभा के दौरान सिख समुदाय के अपमान को लेकर सोशल मीडिया पर शुरू हुए विवाद और फिर दोपहर बाद सिख समुदाय द्वारा नाराजगी व्यक्त करने के उपरांत नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने....
नाहन (आशु): पांवटा साहिब में बुधवार को जनसभा के दौरान सिख समुदाय के अपमान को लेकर सोशल मीडिया पर शुरू हुए विवाद और फिर दोपहर बाद सिख समुदाय द्वारा नाराजगी व्यक्त करने के उपरांत नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाऊंट पर इस मुद्दे पर अपनी सफाई दी है।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि मैंने पांवटा साहिब में आयोजित जनसभा में किसी भी समुदाय विशेष के बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं की है। मेरी गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रति अगाध श्रद्धा है और सिख धर्म के प्रति बहुत सम्मान है। किसी की भावना को आहत करने की मेरी कोई भी मंशा नहीं थी। अतः मेरी बात को गलत तरह से न लिया जाए। उधर, राजीव बिंदल ने लिखा है कि जनसभा में मेरे द्वारा न तो सिख शब्द का प्रयोग किया गया और न ही कोई टिप्पणी की गई। सिख धर्म, गुरु सिख परम्परा और गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के प्रति मैं सदा समर्पित रहा हूं और अपार श्रद्धा रखता हूं। मेरे किसी व्यवहार से किसी सिख बंधु को ठेस पहुंची हो, तो मैं खेद प्रकट करता हूं।
ये है मामला
बता दें कि गत बुधवार को पांवटा साहिब के रामलीला मैदान में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने माजरा प्रकरण पर सरकार, प्रशासन और पुलिस को खूब खरी खोटी सुनाई। जनसभा के बाद सिख संगत ने प्रैस वार्ता कर एसएचओ पांवटा साहिब को एक शिकायत सौंप अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। सिख समुदाय ने आरोप लगाया कि जनसभा के दौरान सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एसडीएम गुंजित सिंह चीमा के खिलाफ चीमा कीमा नहीं चलेगा, जैसे नारों का भी उपयोग किया गया। उन्होंने इसका विरोध करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इसके साथ जिन शरारती तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर एसडीएम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई, उनके खिलाफ भी केस दर्ज करने की मांग की गई। यही नहीं, सिख समुदाय ने 2 दिनों के भीतर इस मामले में कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया। मामले में विवाद बढ़ता देख और सिख समुदाय की नाराजगी के बाद देर रात जयराम ठाकुर और राजीव बिंदल को इस मुद्दे पर सफाई देनी पड़ी।
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