Edited By Vijay, Updated: 03 Oct, 2023 09:23 PM

स्थायी नीति की मांग कर रहे एसएमसी शिक्षकों की मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई। मुख्यमंत्री कार्यालय से शिक्षकों को मंगलवार को समय दिया गया था लेकिन व्यस्तता के चलते मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिल पाए जबकि शिक्षक सुबह 11 बजे से मुख्यमंत्री से मिलने का...
शिमला (प्रीति): स्थायी नीति की मांग कर रहे एसएमसी शिक्षकों की मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई। मुख्यमंत्री कार्यालय से शिक्षकों को मंगलवार को समय दिया गया था लेकिन व्यस्तता के चलते मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिल पाए जबकि शिक्षक सुबह 11 बजे से मुख्यमंत्री से मिलने का इंतजार करते रहे। इस दौरान शिक्षक पूरा दिन सचिवालय के बाहर मौजूर रहे। इस बीच शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर शिक्षकों से मिले और शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि जल्दी ही उनके हित में सरकार कोई फैसला लेगी। इसके बाद मंगलवार देर सायं मुख्यमंत्री कार्यालय से शिक्षकों को बुधवार सुबह मिलने का समय दिया गया, जिससे शिक्षक खफा हो गए। इसके बाद शिक्षकों ने देर शाम तक सचिवालय के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान महिलाएं भी बच्चों के साथ देर रात सड़क पर बैठी रहीं।
आपदा राहत कोष में भेंट करना था मुख्यमंत्री को चैक
बता दें कि शिक्षकों ने आपदा राहत कोष में मुख्यमंत्री को चैक भेंट करना था। इस दौरान शिक्षकों से वह चैक भी नहीं लिया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय से शिक्षकों को चैक देने के लिए बुधवार सुबह बुलाया गया। उक्त सभी शिक्षक राज्य भर से यहां पहुंचे थे। वह वापस घर भी नहीं जा पाए। एसएमसी शिक्षक जीआईए संघ के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने कहा है कि अब वह मामले में बुधवार यानि आज मुख्यमंत्री से मिलेंगे। इस दौरान 2 और 3 लोगों को ही बुलाया गया है।
शिक्षकों ने कक्षाओं का किया था बहिष्कार
इस दौरान पूरे प्रदेश में शिक्षकों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया है। स्कूलों में शिक्षक छुट्टी पर रहे। शिक्षक सरकार से उनके लिए स्थायी नीति की मांग कर रहे हैं। इसके लिए शिक्षकों ने सरकार को 30 सितम्बर का अल्टीमेटम भी दिया था।
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