Edited By Vijay, Updated: 02 Jun, 2019 09:32 PM
चॉकलेट खाने से एक 6 माह की बच्ची की मौत इसलिए हो गई क्योंकि चॉकलेट के साथ-साथ उसमें मौजूद ड्राईफ्रूट के कुछ दाने बच्ची की श्वास नली में चले गए। उक्त बच्ची को बचाने के लिए उसके अभिभावकों ने उसे मैडीकल कॉलेज अस्पताल चम्बा पहुंचाया, जहां शिशु रोग...
चम्बा (विनोद): चॉकलेट खाने से एक 6 माह की बच्ची की मौत इसलिए हो गई क्योंकि चॉकलेट के साथ-साथ उसमें मौजूद ड्राईफ्रूट के कुछ दाने बच्ची की श्वास नली में चले गए। उक्त बच्ची को बचाने के लिए उसके अभिभावकों ने उसे मैडीकल कॉलेज अस्पताल चम्बा पहुंचाया, जहां शिशु रोग विशेषज्ञ ने उसे बचाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन श्वास नली में चॉकलेट इतने नीचे तक चली गई थी कि उसे निकाला नहीं जा सका और परिणामस्वरूप बच्ची ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
श्वास नली में चॉकलेट के साथ निकले सूखे मेवे के पीस
जानकारी के अनुसार शनिवार को 6 माह की बच्ची निमांशी पुत्री अजय निवासी गांव कुरांह डाकघर मैहला को उसके घरवालों ने चॉकलेट खाने के लिए दी। बच्ची ने जब चॉकलेट खाई तो कुछ समय बाद ही उसे सांस लेने में मुश्किल होने लगी, जिसके चलते उसे गंभीर हालत में मैडीकल कॉलेज अस्पताल चम्बा लाया गया। ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक ने बच्ची की हालत को गंभीर पाते हुए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नितिन को आपातकालीन कॉल की, जिसके चलते डॉ. नितिन ने अस्पताल पहुंच कर बच्ची का उपचार करने का प्रयास किया तब जाकर इस बात का खुलासा हुआ कि बच्ची ने चॉकलेट खाई है क्योंकि श्वास नली में चॉकलेट के साथ-साथ उसमें मौजूद सूखे मेवे के पीस निकले।
बच्चों को इतनी छोटी उम्र में न खिलाएं चॉकलेट जैसी चीजें
डॉ. नितिन की मानें तो बच्ची की श्वास नली में फंसी चॉकलेट व ड्राईफ्रूट के कुछ टुकड़े इतने नीचे तक चले गए थे कि उन्हें नहीं निकाला जा सका, जिस वजह से उक्त बच्ची को नहीं बचाया जा सका। डॉ. नितिन ने कहा कि इतनी छोटी उम्र के बच्चे को हरगिज चॉकलेट बगैरा नहीं खिलानी चाहिए।