Edited By Vijay, Updated: 04 Aug, 2023 10:43 PM

चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर शनिवार को भी वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। चक्की मोड़ में पहाड़ से लगातार हो रहे भूस्खलन से एनएच को बहाल करने में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसके कारण कई बार कार्य को बंद करना पड़ रहा है। शुक्रवार को हुई बारिश ने...
सोलन (ब्यूरो): चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर शनिवार को भी वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। चक्की मोड़ में पहाड़ से लगातार हो रहे भूस्खलन से एनएच को बहाल करने में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसके कारण कई बार कार्य को बंद करना पड़ रहा है। शुक्रवार को हुई बारिश ने खूब खलल डाला। स्थिति यह है कि आगे-आगे जेसीबी मशीन सड़क बना रही है और पीछे-पीछे पहाड़ से मलबा गिर रहा है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो शनिवार शाम या फिर रविवार तक एनएच छोटे वाहनों के लिए बहाल हो सकता है। प्रशासन की प्राथमिकता छोटे वाहनों की आवाजाही को पहले बहाल करना है। यदि शनिवार को भी बारिश हुई तो फिर परेशानी बढ़ सकती है। चक्की मोड़ पर एनएच को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चला हुआ है। दिन और रात वहां पर काम किया जा रहा है। शुक्रवार सुबह भी वहां पर पहाड़ दरकने से जबरदस्त भूस्खलन हुआ। इसके कारण फिर से नए सिरे से सड़क बनाने का काम शुरू करना पड़ा।
पहाड़ की ओर से कटिंग कर बनानी पड़ रही सड़क
फोरलेन निर्माता कंपनी ने परवाणू व धर्मपुर दोनों ओर से पहाड़ को काट कर नई सड़क बनाने के लिए मशीनें लगाई हुई हैं ताकि जल्द से जल्द एनएच को बहाल किया जा सके। पिछले 2 दिनों से एनएच बंद है। मौके पर स्थिति यह हो गई है कि फोरलेन की जगह पर करीब 50 फुट लम्बी और इतने ही फुट गहरी खाई बन गई है। इसके कारण ही पहाड़ की ओर से कटिंग कर सड़क को बनाना पड़ रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण वहां पर भूस्खलन हो रहा है। शनिवार तक उम्मीद है कि कम से कम पैदल चलने वालों के लिए रास्ता बहाल हो सके ताकि दोनों ओर की सवारियां वहां से पैदल चलकर दोनों ओर लगी बसों के माध्यम से अपने गंतव्य स्थान की ओर बढ़ सकें।
जंगेशु रोड से सोलन भेजे जा रहे चंडीगढ़ की ओर से आने वाले छोटे वाहन
एनएच के बंद होने के कारण चंडीगढ़ की ओर से आ रहे छोटे वाहनों को परवाणू से जंगेशु रोड से सोलन भेजा जा रहा है जबकि सोलन की ओर से चंडीगढ़ की ओर जाने वाले बड़े वाहन कुमारहट्टी से नाहन व कालाअंब तथा छोटे वाहन भोजनगर मल्ला से होते हुए चंडीगढ़ की ओर जा रहे हैं। वहां पर अभी भी खतरा बना हुआ है। डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने बताया कि पहाड़ से हो रहे भूस्खलन व बारिश की वजह से एनएच की बहाली में बाधा हो रही है। यही वजह है कि दो दिनों से एनएच पर वाहनों की बंद की गई आवाजाही शनिवार को भी बंद रहेगी। सब कुछ ठीक रहा तो कम से कम छोटे वाहनों की आवाजाही शनिवार शाम या फिर रविवार तक बहाल हो जाएगी।
जान जोखिम में डाल कर लोगों ने पार की खाई
चक्की मोड़ में शुक्रवार सुबह भूस्खलन के बीच कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पैदल ही खाई को पार कर लिया। परवाणू की ओर से बड़ी संख्या में लोग वहां पर पहुंचे तो आगे जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था। कुछ लोग पहाड़ की ओर चढ़ते हुए खाई के ऊपर से गुजरने लगे। दूसरी ओर खड़े लोग उन्हें आगे आने से मना भी कर रहे थे लेकिन वे नहीं माने। उस दौरान ऊपर से पत्थर भी गिर रहे थे। फोरलेन की जगह पर 50 मीटर लम्बी और इतनी फुट गहरी खाई बनी हुई है। पहाड़ी के ऊपर से कोई रास्ता भी नहीं था। वहां पर ऊपर से गिरा हुआ मलबा था। लोग उसके ऊपर से ही पैदल चलते हुए आगे बढ़ते रहे। छोटी-सी चूक बड़े हादसे का भी कारण बन सकती थी। ऐसा है कि परवाणू की ओर से चक्की मोड़ के इस प्वाइंट से थोड़ी पीछे तक कुछ बसें आ रही हैं और दूसरी ओर से चक्की मोड़ के पास रेलवे की सुरंग तक बसें आ रही हैं। इन बसों के यात्रियों को रेलवे ट्रैक से पैदल चलकर फोरलेन के क्षतिग्रस्त मार्ग को पार करते हुए दूसरी ओर खड़ी बसों तक पहुंचना पड़ रहा है। परवाणू की ओर से आए यात्री रेलवे ट्रैक की ओर जाने की बजाय वहां पर आ गए जब रास्ता नहीं मिला तो पहाड़ी की ओर चढ़ते हुए आगे बढ़े। गनीमत यह रही की कोई हादसा नहीं हुआ।
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