Edited By Vijay, Updated: 03 Feb, 2023 09:01 PM

देश की सबसे पुरानी नगर परिषदों में शुमार नगर परिषद नाहन में हुए लाखों रुपए के बहुचर्चित डीजल घोटाले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसमें नगर परिषद के 2 तत्कालीन अधिकारी भी शामिल हैं।
नाहन (आशु): देश की सबसे पुरानी नगर परिषदों में शुमार नगर परिषद नाहन में हुए लाखों रुपए के बहुचर्चित डीजल घोटाले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसमें नगर परिषद के 2 तत्कालीन अधिकारी भी शामिल हैं। आरोपियों के खिलाफ सदर पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। लिहाजा अब डीजल घोटाले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। दरअसल करीब 3 वर्ष पहले नगर परिषद में लाखों रुपए के डीजल घोटाले के मामले का पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में समाजसेवी सुधीर रमौल ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। सीजेएम नाहन की अदालत ने डीजल घोटाले से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस थाना प्रभारी को तुरंत एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए। इसके बाद वीरवार देर शाम पुलिस को अदालत के आदेश प्राप्त हुए और रात को ही सदर पुलिस थाना में मामला दर्ज कर लिया गया। अदालत के आदेशों के बाद अब मामले से जुड़े आरोपियों के खिलाफ पुलिस की जांच शुरू हो गई है।
2 किए गए थे बर्खास्त, 4 चार्जशीट
बता दें कि बहुचर्चित डीजल घोटाले में पिछले साल शहरी विकास विभाग ने आऊटसोर्स पर तैनात नगर परिषद के तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता सहित एक चालक को बर्खास्त कर दिया था जबकि 4 अन्य के खिलाफ चार्जशीट तैयार की गई। यह मामला करीब 6 लाख रुपए के फर्जी डीजल बिलों से जुड़ा था। इन फर्जी बिलों का खुलासा नगर परिषद के ही तत्कालीन पार्षदों ने किया था। इस मामले में नगर परिषद नाहन के पूर्व तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी, पूर्व सहायक अभियंता समेत 2 अन्य कर्मचारियों को चार्जशीट किया गया।
यह है मामला
डीजल घोटाले में नगर परिषद नाहन में वर्षों से खड़े खटारा हो चुके वाहनों को चालू हालत में दिखाकर करीब 6 लाख रुपए डीजल का खर्च दिखाया गया था। इसके बाद तत्कालीन कुछ पार्षदों ने पूरे मामले की शिकायत शहरी विकास मंत्री को भेजी थी। विभाग ने अपने स्तर पर भी मामले की जांच की।
समाजसेवी ने आरटीआई से जुटाई जानकारी
डीजल घोटाले का खुलासा होने के बाद नाहन के समाजसेवी सुधीर रमौल ने भी आरटीआई के माध्यम से इस मामले की जानकारी जुटाई। इसके बाद उन्होंने पिछले वर्ष सितम्बर माह में इसकी शिकायत एस.पी. सिरमौर को सौंपी थी, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। पुलिस की तरफ से संतोजनक जवाब न मिलने के बाद उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद अदालत ने अब तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी सहित मामले में जुड़े आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश जारी किए।
मामले की जांच में जुटी पुलिस : एसएचओ
सदर थाना नाहन के एसएचओ राजेश पाल ने बताया कि वीरवार देर शाम को ही अदालत के आदेश प्राप्त हुए थे। इसके बाद रात को ही आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
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