Edited By Vijay, Updated: 08 Jan, 2025 11:10 AM
मैं फ्लां बोल रहा हूं। इससे पहले इस-इस जगह पर शूटर के जरिए और खुद गोलीबारी कर चुका हूं। अमुक स्थान पर हत्याकांड याद है? वह भी मैंने ही करवाया था।
शिमला (ब्यूरो): मैं फ्लां बोल रहा हूं। इससे पहले इस-इस जगह पर शूटर के जरिए और खुद गोलीबारी कर चुका हूं। अमुक स्थान पर हत्याकांड याद है? वह भी मैंने ही करवाया था। क्या सीधे तरीके से कहना मानोगे या चमत्कार दिखाऊं। मुझे चमत्कार करने पर मजबूर न करो। जो मैं कहता हूं वो करो। ऐसी फोन कॉल्स लगातार विभिन्न व्यापारियों को आ रही हैं। अधिकतर यह व्हाट्सएप कॉल या वॉयस मैसेज हैं। एक व्यापारी को फोन आता है कि वह अपने घर के बाहर देखे कि क्या कोई गाड़ी खड़ी है। उसका रंग यह है। ज्यों ही वह व्यक्ति देखने जाता है तो कहता है कि जी हां। व्हाट्सएप कॉल फिर से आती है और कहते हैं कि जैसे हम कहते हैं वैसे ही करते जाओ। काफी धन कमा चुके हो और अब इसका हिस्सा देना शुरू कर दो। व्यक्ति घबराता है और मदद मांगता है लेकिन नतीजा जीरो। अंतत: समझौते के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है।
12 से अधिक कारोबारियों को मिल चुकी हैं धमकियां
एक नहीं लगातार व्यापारियों के फोन पर घंटियां बज रही हैं और यह कॉल अक्सर इंटरनैट तकनीक से की गई विदेशी कॉल के नम्बर हैं। पंजाब की जेलों से लगातार ऐसे फोन ऊना के व्यापारियों को आ रहे हैं। इनमें हर प्रकार के व्यापारी शामिल हैं। शुरू में तो ज्वैलर्स को फिर क्रशर मालिकों और उसके बाद अब यह फाइनांस सहित कई अन्य कारोबार करने वाले लोगों को भी ये धमकियां मिल रही हैं। जिले में एक्सटाॅर्शन यानी फिरौतियों के मामले बढ़ रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक अब तक ऊना के 12 से अधिक कारोबारियों को धमकियां मिल चुकी हैं। इनमें प्राॅपर्टी डीलर से लेकर क्रशर, ज्वैलर्स व फाइनांस से जुड़े हुए कारोबारी हैं। प्रदेश के खुफिया विंग की रिपोर्ट भेजने के बावजूद अभी तक कार्रवाई न होना आश्चर्यजनक है। क्या जिला ऊना यूपी-बिहार पैटर्न की तरफ बढ़ रहा है? यह प्रमुख सवाल बना हुआ है।
पुलिस के पास शिकायतों पर भी कार्रवाई नहीं
कोई भी व्यक्ति पुलिस में जाने का साहस नहीं कर पा रहा है। जिन मामलों में पुलिस में शिकायत हुई है, उनमें भी कार्रवाई नहीं हो पाई है। फिरौती के मामले में अब प्रदेश का सीमावर्ती जिला ऊना बिहार और यूपी की तर्ज पर कुख्यात होने लगा है। स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ रही है और कारोबारी असहाय महसूस कर रहे हैं। प्रदेश के खुफिया विंग ने पूरी रिपोर्ट सरकार को भेजी है और इसमें सिलसिलेवार फिरौती की घटनाओं का जिक्र है। पुलिस ने इन मामलों पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है, जिससे भय, अराजकता और बेचैनी का माहौल जिला ऊना में देखने को मिल रहा है। सवाल पुलिस की भूमिका पर भी है। आखिर क्यों पुलिस आंखें मूंदे बैठी है।
पंजाब पुलिस ने पकड़े हैं कुछ शूटर
उधर, पंजाब पुलिस ने धमकी के इस मामले में कुछ शूटरों को भी गिरफ्तार किया है। ऊना के एक व्यवसायी को धमकी देने के मामले में एक शूटर को भी पकड़ा है जिससे 2 देसी पिस्तौल भी बरामद किए हैं। जालंधर पुलिस ने इसका खुलासा भी किया है। पुलिस ने माना कि इसी 4 जनवरी को मकसूदां के निकट एक शूटर से अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। उधर, हिमाचल पुलिस इस मामले में हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।
घबराएं नहीं, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे : डीजीपी
प्रदेश पुलिस महानिदेशक डाॅ. अतुल वर्मा ने कहा कि यदि इस तरह की शिकायतें आई हैं तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई फिरौती की मांग करता है तो घबराए नहीं और तत्काल उसकी सूचना पुलिस को दें, ताकि समय रहते कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here