Edited By Jyoti M, Updated: 18 Aug, 2025 12:43 PM

हिमाचल प्रदेश के जोगिंद्रनगर, मंडी जिले के समोहली गांव के नायब सूबेदार सतीश कुमार को उनके अदम्य साहस और वीरता के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान 'ऑपरेशन सिंदूर' में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए दिया गया है, जहां उन्होंने...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के जोगिंद्रनगर, मंडी जिले के समोहली गांव के नायब सूबेदार सतीश कुमार को उनके अदम्य साहस और वीरता के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान 'ऑपरेशन सिंदूर' में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए दिया गया है, जहां उन्होंने दुश्मनों को करारा जवाब दिया।
सतीश कुमार भारतीय सेना की 4 डोगरा रेजिमेंट में जम्मू-कश्मीर में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि पर उनके परिवार, गांव और पूरे हिमाचल प्रदेश में गर्व और खुशी का माहौल है। उनकी मां कृष्णा देवी ने कहा कि ''उन्हें अपने बेटे पर बहुत गर्व'' है, जबकि उनके पिता नंद लाल, जो खुद भी सेना में नायब सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, इस सम्मान से बेहद उत्साहित हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भी सतीश कुमार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सतीश कुमार ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की सेना को मुहतोड़ जवाब देकर पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश को 'वीरभूमि' के रूप में जाना जाता है, और यहां के जवानों ने विभिन्न अभियानों में अपनी बहादुरी से कई वीरता पुरस्कार प्राप्त किए हैं। यह पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है और युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।
सतीश कुमार ने भुहला भड़ियारा पंचायत के समोहली गांव का नाम रोशन किया है। पंचायत प्रधान संजय ने बताया कि गांव के सभी लोग इस जांबाज सैनिक की उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। सतीश कुमार की बहादुरी और समर्पण ने दिखाया है कि देश की रक्षा के लिए हमारे सैनिक हमेशा तैयार रहते हैं।