Edited By Rahul Singh, Updated: 04 Aug, 2024 08:49 AM
उपायुक्त अमरजीत सिंह ने जिला हमीरपुर के सभी सेकेंडरी एवं उच्च शिक्षण संस्थानों तथा व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में एंटी रैगिंग कमेटियों को सतर्क रहने तथा किसी भी तरह की रैगिंग की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उच्चतम...
हमीरपुर। उपायुक्त अमरजीत सिंह ने जिला हमीरपुर के सभी सेकेंडरी एवं उच्च शिक्षण संस्थानों तथा व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में एंटी रैगिंग कमेटियों को सतर्क रहने तथा किसी भी तरह की रैगिंग की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार गठित जिला स्तरीय एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने ये निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में रैगिंग रोकने के लिए बनाए गए रैगिंग रोधी अधिनियम में बहुत ही कड़े प्रावधान किए गए हैं तथा हर संस्थान में एंटी रैगिंग कमेटी का गठन अनिवार्य किया गया है। उच्चतम न्यायालय ने जिला स्तर पर भी एंटी रैगिंग कमेटी के गठन के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने कहा कि सीनियरों द्वारा शारीरिक एवं मानसिक यातना के शिकार विद्यार्थी बुरी तरह टूट जाते हैं और कई बार उनकी जिंदगी भी खत्म हो जाती है। इस तरह के गंभीर मामलों को रोकने के लिए ही रैगिंग रोधी अधिनियम में बहुत ही कड़े प्रावधान किए गए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि रैगिंग में संलिप्त विद्यार्थियों के खिलाफ इस अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई होने के कारण उनका कॅरियर भी खराब हो सकता है। इसलिए, सभी विद्यार्थियों को इस अधिनियम के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों के परिसरों एवं हॉस्टलों में एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों और जिला स्तरीय कमेटी के सदस्यों के मोबाइल नंबर भी प्रदर्शित किए जाने चाहिए, ताकि पीड़ित विद्यार्थी तुरंत शिकायत कर सकें। बैठक में एएसपी राजेश कुमार, सहायक आयुक्त पवन शर्मा, उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक अनिल कौशल, नवगठित जिला स्तरीय एंटी रैगिंग कमेटी के अन्य सदस्यों, डिग्री कालेज हमीरपुर, औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी और अन्य संस्थानों के छात्र प्रतिनिधियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।