Edited By Vijay, Updated: 17 Aug, 2025 05:07 PM

पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस के साथ शिमला के टुटू में पकड़े गए पंजाब के तीन आरोपी जहां कई राज्यों में वांछित चल रहे थे, वहीं इन्होंने लॉरैंस बिश्नोई गैंग से टक्कर ली थी।
शिमला (संतोष): पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस के साथ शिमला के टुटू में पकड़े गए पंजाब के तीन आरोपी जहां कई राज्यों में वांछित चल रहे थे, वहीं इन्होंने लॉरैंस बिश्नोई गैंग से टक्कर ली थी। बिश्नोई गैंग ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में सुनील यादव की हत्या की थी और ये तीनों सुनील यादव की गैंग से जुड़े हुए हैं, जिन्होंने इंस्टाग्राम पर जाकर बिश्नोई गैंग को चुनौती दी थी और बिश्नोई गैंग के लोग इनके पीछे पड़ गए थे, जिनसे बचने के लिए इन्होंने यहां शिमला में पनाह ली थी। गोपनीय सूचना के आधार पर एसआईटी ने मादक पदार्थ तस्करी की मिली टिप पर दबिश दी तो न्यू टुटू में बाबू राम भवन के प्रथम तल में ठहरे पंजाब के इन तीनों आरोपियों से रसोईघर में गैस चूल्हे के नीचे एक पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस बरामद किए थे।
5 दिन का मिला पुलिस रिमांड
आरोपियों को पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया है, जहां से इन तीनों को 5 दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस की अभी तक पूछताछ में सामने आया है कि गुरजीत सिंह (27) पुत्र सरदार सिंह निवासी गांव रानीवाला तहसी मलोट जिला मुक्तसर (पंजाब), प्रदीप कुमार उर्फ सुखा (24) पुत्र सूरज भान निवासी गाव सांपावाली तहसील अबोहर जिला फाजिल्का (पजांब) व जगपाल सिंह (27) पुत्र मग्गर सिंह निवासी गाव जंदवाला हनुमता तहसील अबोहर जिला फाजिल्का (पंजाब) आपराधिक प्रवृत्ति के हैं, जिनके खिलाफ पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश में मामले दर्ज हैं। आरोपियों ने पूछने पर बताया कि ये कभी पंजाब मोहाली सैक्टर-88 में फ्लैट में रहते हैं तो कभी भटिंडा रहते हैं। इनकी दुशमनी लॉरैंस बिश्नोई गैंग से है। ये तीनों सुनील यादव के आदमी हैं। इनके दोस्त पंकज कासनिया ने शिमला में विकास से बात की थी, जिसने इन्हें उपरोक्त भवन में संजय वर्मा के फ्लैट में ठहराया था। आरोपियों काे पिस्टल अमेरिका में रह रहे लवजीत कंग नाम के व्यक्ति ने किसी के माध्यम से उपलब्ध करवाई थी।
आराेपियाें के अन्य साथियों व मददगारों के बारे में पूछताछ करेगी पुलिस
एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि आरोपी कई राज्यों में वांछित चल रहे हैं और पड़ोसी राज्यों की पुलिस से संपर्क कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह सुनील यादव गैंग के लोग हैं और बिश्नोई गैंग से बचने के लिए इन्होंने शिमला में पनाह ली है। यहां के स्थानीय लिंक को भी खंगाला जा रहा है। फिलहाल तीनों को 5 दिनों का पुलिस रिमांड मिला है और इस दौरान इनके अन्य साथियों व मददगारों के बारे में पूछताछ की जाएगी।