Edited By kirti, Updated: 16 Sep, 2019 06:08 PM
हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया एवं आई.टी. विभाग के प्रमुख अभिषेक राणा जी ने कहा है कि आर्थिक मंदी की मार झुलस रहे देश में नौकरियों पर खतरा मंडराया हुआ है। ऑटो सेक्टर में 10 लाख नौकरियां जाने का डर सताया जा रहा है तो दूसरे निजी सेक्टर में भी कमोबेश यही...
हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया एवं आई.टी. विभाग के प्रमुख अभिषेक राणा जी ने कहा है कि आर्थिक मंदी की मार झुलस रहे देश में नौकरियों पर खतरा मंडराया हुआ है। ऑटो सेक्टर में 10 लाख नौकरियां जाने का डर सताया जा रहा है तो दूसरे निजी सेक्टर में भी कमोबेश यही स्थिति बनी हुई है लेकिन अब इसका ठीकरा भी मोदी सरकार के मंत्री बेरोजगार युवाओं पर फोड़ रहे हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार द्वारा एक कार्यक्रम में दिए वक्तव्य पर हैरानी जताते हुए अभिषेक राणा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के अनुसार उत्तरी भारत के युवा नौकरी के काबिल ही नहीं है कि उन्हें रोजगार दिया जा सके। उन्होंने कहा कि एक ओर केंद्रीय मंत्री मंदी होने की बात समझ रहे हैं तो दूसरी ओर रोजगार की कमी न होने का दावा कर रहे हैं जोकि बड़ा हास्यास्पद है। युवाओं की काबिलियत पर शक करना दिखाता है कि सरकार बेरोजगार युवाओं को लेकर कितनी लापरवाह बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि पहले बेरोजगारी के आंकड़े दिखाने वाले सर्वे को बंद करवाकर सरकार ने किरकिरी से बचने का उपाय तलाशा क्योंकि सरकार अपने वायदे के मुताबिक हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार दिलाने में असफल रही थी तथा बेरोजगारी दिनप्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती बेरोजगारी भी युवाओं का नशे की ओर जाना एक मुख्य कारण रहा है लेकिन नशे से बर्बाद हो रही भावी पीढि़ के लिए रोजगार संबंधी कोई नीति सरकार नहीं बना पाई है। उन्होंने कहा कि देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था, सिकुड़ते रोजगार व बंद हो रहे कारखानों के लिए सरकार की नीतियां ही जिम्मेदार हैं लेकिन अब भी सरकार व इसके मंत्रियों की नींद नहीं खुली है। ऐसे हालात में भी सरकार चुप्पी साध रही है।