Edited By Rahul Singh, Updated: 01 Sep, 2024 10:53 AM
डी.सी. शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि जिला में नशे के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जाएगा और इसके लिए आगामी एक माह के भीतर विस्तृत अभियान के बारे में रोडमैप तैयार किया जाएगा। इसके बाद जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। वह जिला स्तरीय...
शिमला, (संतोष): डी.सी. शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि जिला में नशे के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जाएगा और इसके लिए आगामी एक माह के भीतर विस्तृत अभियान के बारे में रोडमैप तैयार किया जाएगा। इसके बाद जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। वह जिला स्तरीय नारको को-आडर्डीनेशन सेंटर की शनिवार को आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। एस.पी. संजीव गांधी ने कहा कि जिले में पिछले 15 महीनों में 1000 से अधिक लोगों को नशे के कारोबार के चलते गिरफ्तार किया गया। जिले में करीब 600 मामले दर्ज किए। इसमें अधिकांश मामले चिट्टे से जुड़े हुए हैं।
पुलिस ने विभिन्न मामलों में आरोपियों की संपत्तियों को अटैच भी कर दिया है। चिटूटे के कारोबार में कई अहम प्रोफैशन से जुड़े लोगों की संलिप्तता पाई गई है, जोकि काफी चिंतनीय विषय है लेकिन आम जनता पुलिस को सूचना देने में परहेज करती है। अगर जनता पुलिस को सूचना मुहैया कराएगी तो तीव्र गति से नशे के कारोबारियों को गिरफ्तार किया जा सकता है। पुलिस सूचना देने वाले की जानकारी को हमेशा गुप्त रखती है। उन्होंने कहा कि चिट्टे को हल्के में नहीं लेना चाहिए। बच्चों के अभिभावकों को अपने बच्चों पर निगरानी बढ़ानी चाहिए और उनका चिकित्सीय उपचार भी करवाना चाहिए।
इसके साथ ही पुलिस की सहायता से नशे के खिलाफ अपनी भूमिका निभानी चाहिए। बैठक में मादक पदाथों की तस्करी की प्रवृत्तियों के बारे में खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान, पोस्त एवं भांग की फसल की अवैध खेती पर निगरानी और अंतर्राज्यीय मामले की जांच की प्रगति की निगरानी करने के बारे में विस्तृत चर्चा की गई जिला में नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों का पर्यवेक्षण को लेकर रणनीति तैयार करने के बारे में निर्देश दिए गए। बैठक में एंटी-नारकोटिक टास्क फोर्स (ए.एन.टी.एफ.) के कार्यों की निगरानी एवं समीक्षा के लिए सरकारी स्तर पर गठित राज्य स्तरीय एन. सी. ओ. आर.डी. समिति को कार्रवाई रिपोर्ट देने के बारे में चर्चा हुई।