Edited By Vijay, Updated: 03 Nov, 2024 12:18 PM
पिछले कुछ माह में जिलाभर में स्क्रब टायफस, डेंगू और मलेरिया ने कहर मचाया है। तीनों बीमारियों की चपेट में दर्जनों लोग आ चुके हैं और दर्जनों लोगों ने सरकारी अस्पतालों के बजाए प्राइवेट अस्पतालों व क्लीनिकों में इलाज करवाया है।
ऊना (विशाल स्याल): पिछले कुछ माह में जिलाभर में स्क्रब टायफस, डेंगू और मलेरिया ने कहर मचाया है। तीनों बीमारियों की चपेट में दर्जनों लोग आ चुके हैं और दर्जनों लोगों ने सरकारी अस्पतालों के बजाए प्राइवेट अस्पतालों व क्लीनिकों में इलाज करवाया है। काफी संख्या में लोग इससे पीड़ित पाए जा रहे हैं, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है। सरकारी आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पिछले लगभग 3 माह में जिला ऊना में 52 लोग स्क्रब टायफस से पीड़ित पाए जा चुके हैं। उक्त लोग इस बीमारी की चपेट में आने के बाद अस्पताल पहुंचे और वहां पर चिकित्सक की सलाह पर करवाए टैस्टों में स्क्रब टायफस की पुष्टि हुई। इसके बाद चिकित्सकों ने इन मरीजों का उपचार शुरू किया। मौजूदा समय में भी कुछ मरीज स्क्रब टायफस से जूझ रहे हैं और उपचाराधीन हैं।
ऐसे होता है स्क्रब टायफस, ऐसे करें बचाव
बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी के लक्षण पिस्सू के काटने के 10 दिन बाद दिखने शुरू होते हैं। स्क्रब टायफस से संक्रमित व्यक्ति को बुखार के साथ ठंड लगती है। इसके अलावा सिरदर्द और बदन दर्द के साथ मांसपेशियों में भी तेज दर्द होता है। संक्रमण ज्यादा होने पर हाथ, पैर, गर्दन और कूल्हे के नीचे गिल्टियां हो जाती हैं, साथ ही संक्रमण के बाद सोचने-समझने की क्षमता कम होने लगती है। कभी-कभी शरीर पर दाने भी हो सकते हैं। इससे बचाव के लिए अपने हाथों और पैरों को अच्छे से ढक कर रखें। संक्रमित होने पर तुरंत डाॅक्टर से परामर्श लें। घर के आसपास घास या झाड़ियां न बढ़ने दें और घर के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें।
मलेरिया के 18 तो डेंगू के 14 मरीज
जिला भर में मलेरिया की चपेट में 18 लोग पिछले 3 माह में आ चुके हैं जबकि 14 मरीज डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं। डेंगू पीड़ितों को भी उच्च उपचार के लिए बाहर जाना पड़ा है। कई मरीज तो सरकारी अस्पताल में उपचार लेकर ठीक हो गए लेकिन कई मरीज ऐसे थे जिनके प्लेटलेट्स में बेहद गिरावट आई और ऊना में ब्लड बैंक में रक्त से प्लेटलेट्स अलग करने की मशीन स्थापित न होने के कारण पंजाब के होशियारपुर का रुख करना पड़ा और निजी अस्पतालों में उपचार करवाना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
सीएमओ ऊना डाॅ. एसके वर्मा ने बताया कि विभाग के आंकड़ों में स्क्रब टायफस के 52, मलेरिया के 18 और डेंगू के 14 मरीज अब तक पाए गए हैं। इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की जा चुकी है और सभी स्वास्थ्य खंडों को भी अलर्ट किया गया है।
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