Edited By Updated: 16 Jun, 2016 12:48 AM

प्रदेश के सबसे साक्षर जिला हमीरपुर में एक सरकारी मिडल स्कूल को बच्चों के पलायन के कारण बंद करना पड़ा।
हमीरपुर: प्रदेश के सबसे साक्षर जिला हमीरपुर में एक सरकारी मिडल स्कूल को बच्चों के पलायन के कारण बंद करना पड़ा। बमसन विकास खंड टौणी देवी के अंतर्गत पडऩे वाले राजकीय माध्यमिक स्कूल बारीं में 6वीं से 8वीं कक्षा तक सिर्फ 4 ही बच्चे पढ़ते हैं, जिनमें से एक बच्चा 6वीं और 3 बच्चे 8वीं कक्षा में पढ़ते हैं। स्कूल में 2 अध्यापक 4 बच्चों को पढ़ा रहे हैं और एक मिड-डे मील कर्मचारी बच्चों को खाना बनाती है। यही कारण है कि इस स्कूल से अभिभावकों ने अपने बच्चों को नजदीकी स्कूल टौणी देवी में दाखिल करवा दिया और बच्चों के पलायन से अब बारीं स्कूल गत एक माह से बंद हो गया है।
टौणी देवी स्कूल में ड्यूटी दे रहे अध्यापक
बताते चलें कि फिलहाल बारीं स्कूल में कार्यरत दोनों अध्यापक भी अस्थायी तौर पर टौणी देवी स्कूल में ही सेवाएं दे रहे हैं। मजे की बात यहां यह है कि करीब आधा दर्जन पक्के कमरों वाला मिडल स्कूल एक माह से बंद पड़ा है और स्कूल के अध्यापक और विद्यार्थी अब साथ लगते टौणी देवी स्कूल को पलायन कर चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1968 को तत्कालीन शिक्षा मंत्री ठाकुर कर्म चंद ने बारीं स्कूल को मिडल स्कूल का दर्जा प्रदान किया था। उस दौरान महाड़े गांव के समाजसेवी ठेकेदार वीरबल दास ठाकुर के प्रयासों से ही बारीं स्कूल का भवन बना था तथा इस स्कूल से गत 50 वर्षों में हजारों की संख्या में पढ़कर बच्चे निकल चुके हैं लेकिन अब सरकारी स्कूलों में गिरते शिक्षा के स्तर के कारण इतने पुराने स्कूल भी बंद हो रहे हैं जोकि चिंता का विषय है।
सरकार को जल्द ही शिक्षा में सुधार के लिए कोई ठोस नीति बनानी पड़ेगी, नहीं तो दर्जनों सरकारी स्कूल बंद हो जाएंगे तथा करोड़ों रुपए से निर्मित स्कूल भवन बेकार हो जाएंगे। टौणी देवी स्कूल के प्रधानाचार्य मुश्ताक मोहम्मद ने बताया कि बारीं मिडल स्कूल के सभी चारों बच्चे यहां पढ़ रहे हैं तथा बारीं स्कूल में बच्चे न होने के कारण वहां पर तैनात दोनों अध्यापक भी अस्थायी तौर पर यहीं पर ड्यूटी दे रहे हैं।
जिला प्रशासन में हड़कंप
बारीं मिडल स्कूल से बच्चों के पलायन की खबर से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इसके चलते बुधवार को एसडीएम हमीरपुर कृतिका कुल्हारी खुद मौके पर गईं और बारीं मिडल स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम हमीरपुर ने उन 4 बच्चों के भी बयान दर्ज किए जोकि बारीं स्कूल से पलायन करके टौणी देवी स्कूल में दाखिल हुए। यही नहीं, एसडीएम हमीरपुर ने बारीं स्कूल के अध्यापकों व बच्चों के अभिभावकों के बयान भी दर्ज किए।