Edited By Punjab Kesari, Updated: 06 Sep, 2017 10:19 AM
हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल आईजीएमसी एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है।
शिमला: हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल आईजीएमसी एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। इस अस्पताल में मरीजों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। मंगलवार को सुबह के समय जब नर्स सी.टी.बी.एस. ओ.टी. में एक मरीज को ग्लूकोज लगा रही थी तो उसे शक हुआ कि शायद ग्लूकोज की बोतल में कुछ फंगस है। ऐसे में नर्स ने तुरंत ग्लूकोज को लगाने से रोक दिया और बोतल को बंद करके एम.एस. के रूम में पहुंचाया। जब इस ग्लूकोज की बोतल का मरीजों को पता चला तो एकदम से मरीजों व नर्सों के बीच अफरा-तफरी मच गई। हालांकि नर्स ने यहां पर अपनी पूरी ड्यूटी निभाई। अगर फंगस वाली ग्लूकोज मरीज को चढ़ जाती तो यहां पर गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते थे। यहां तक दोपहर बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की।
आई.जी.एम.सी. प्रशासन फंगस की पुष्टि करने से कर रहा मना
प्रशासन ने जांच-पड़ताल करने के बाद दावा किया है कि ग्लूकोज की बोतल में फंगस नहीं था। नर्स को सिर्फ शक ही हुआ था। आई.जी.एम.सी. प्रशासन फंगस की पुष्टि करने से सख्त मना कर रहा है। यहां तक सूत्रों की मानें तो उनका कहना है कि ग्लूकोज की बोतल में फंगस था जिससे मरीजों को खतरा था। हालांकि इस बारे में आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है। इस बारे में कुछ नहीं बोल सकता।
इससे पहले मिली थी खून लगी सिरिंज
आईजीएमसी में सर्जिकल आईटम में खराबी का यह पहला मामला नहीं है। इससे आईजीएमसी में खून लगी सिरिंज का मामला सामने आ चुका है। यहां पर पैकेट बंद सिरिंज में खून के धब्बे मिले थे। प्रशासन उसके बाद संबंधित कंपनी की सप्लाई भी वापिस कर दी थी। मामले में जांच भी बिठाई गई थी। ऐसे में अब प्रशासन एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गया है।