Edited By Vijay, Updated: 27 Sep, 2025 07:07 PM

चम्बा जिले के सलूणी उपमंडल की कई पंचायतों में भालुओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। ग्राम पंचायत भड़ेला में जहां खेत में रात को मक्की की फसल की रखवाली करते समय भालू से आमना-सामना होने पर किसान ने भिड़कर जैसे-तैसे अपनी जान बचाई थी...
भड़ेला (चुनी लाल): चम्बा जिले के सलूणी उपमंडल की कई पंचायतों में भालुओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। ग्राम पंचायत भड़ेला में जहां खेत में रात को मक्की की फसल की रखवाली करते समय भालू से आमना-सामना होने पर किसान ने भिड़कर जैसे-तैसे अपनी जान बचाई थी, वहीं ताजा मामले में शनिवार सुबह घासनी में घास काटने जा रहे हंगोई गांव के देशराज उनकी माता व पत्नी का चढूण जंगल में झाड़ियों के बीच से निकले भालू से सामना हो गया।
भालू महज कुछ ही फुट की दूरी पर था। भालू को सामने देखकर परिवार के तीनों सदस्य सहम गए किन्तु राहत की बात यह रही कि भालू उनकी तरफ नहीं झपटा और छलांग लगाकर रास्ते से नीचे की तरफ निकल गया। तब जाकर उक्त लोगों ने राहत की सांस ली। इसके बाद वे डरे सहमे आगे घासनी की तरफ बढ़े। देसराज ने बताया कि वह अपनी माता और पत्नी के साथ शनिवार सुबह मतलाई नामक घासनी में घास काटने जा रहे थे किन्तु जंगल में अचानक झाड़ियों में से भालू निकला और उनके सामने आ गया उसकी दूरी महज चंद फुट की रह गई थी। अगर वह उन पर झपटता तो तीनों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
बता दें कि आए दिन भालू के दिखने से लोगों का अपने कार्यों के लिए घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं अभिभावकों के सामने भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने की चिंता सता रही है क्योंकि क्षेत्र के कई बच्चे जंगली रास्तों से स्कूल पहुंचते हैं। लोगों ने प्रशासन और विभाग से भालू को पकड़ने की मांग की है।