Edited By Vijay, Updated: 25 Apr, 2023 08:51 PM
पिछले सप्ताह खूब गरजने व बरसने वाले मेघ इस सप्ताह भी लोगों की दुश्वारियां बढ़ाने वाले हैं। मौसम विभाग के अनुसार एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बुधवार से शनिवार तक 4 दिनों तक यैलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान आंधी-तूफान और ओलावृष्टि की...
शिमला (संतोष): पिछले सप्ताह खूब गरजने व बरसने वाले मेघ इस सप्ताह भी लोगों की दुश्वारियां बढ़ाने वाले हैं। मौसम विभाग के अनुसार एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बुधवार से शनिवार तक 4 दिनों तक यैलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान आंधी-तूफान और ओलावृष्टि की चेतावनी भी जारी की गई है, जो फसलों को नुक्सान पहुंचा सकती है। फिलहाल मंगलवार को राजधानी शिमला सहित मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहा और बीच में हल्के बादल छाए रहे जबकि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में कई जगहों पर बारिश भी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हुई और न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य रहे। केलांग में न्यूनतम तापमान -0.1 डिग्री जबकि ऊना में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री दर्ज किया गया है।
पिछले सप्ताह ऊंचे इलाकों पर बर्फबारी व मध्य व निचले क्षेत्रों में हुई बारिशों की झड़ी के चलते जहां राज्य में अभी भी 30 सड़कें, 10 ट्रांसफार्मर व 50 पेयजल योजनाएं प्रभावित चली हुई हैं, वहीं फिर से यैलो अलर्ट जारी किया गया है। सबसे अधिक परेशानी लाहौल-स्पीति, कुल्लू व चम्बा जिला के लोग झेल रहे हैं। लाहौल-स्पीति में 14 सड़कें, 49 पेयजल योजनाएं बाधित हैं। कुल्लू में 9 सड़कें व 1 ट्रांसफार्मर जबकि चम्बा में 2 सड़कें व 9 ट्रांसफार्मर अभी भी बंद हैं। किन्नौर के खाब में चट्टाने गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरिंद्र पाल ने बताया कि 26 व 27 अप्रैल को मैदानी, निचली व मध्य पहाड़ियों पर गर्जन, तड़ित और ओलावृष्टि की संभावनाएं हैं और ओलावृष्टि होने से खड़ी फसलों, फलों के पौधों व नई पौध को नुक्सान होने का अंदेशा जताया है। फसलों के ऊपर ओलारोधी जालियों का प्रयोग और जहां संभव हो एंटी हेलगन लगाने की उन्होंने सलाह दी है।
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