Edited By Vijay, Updated: 16 Apr, 2022 10:20 PM
साढ़े 15 हजार फुट ऊंचा शिंकुला दर्रा बहाल हो गया है। बीआरओ ने दर्रे को बहाल कर लाहौल को लेह-लद्दाख की जांस्कर घाटी से जोड़ दिया है। शनिवार को शिंकुला दौरे पर आए बीआरओ के डीजी लैफ्टिनैंट जनरल राजीव चौधरी ने हरी झंडी देकर सड़क वाहनों के लिए बहाल कर दी।
मनाली (ब्यूरो): साढ़े 15 हजार फुट ऊंचा शिंकुला दर्रा बहाल हो गया है। बीआरओ ने दर्रे को बहाल कर लाहौल को लेह-लद्दाख की जांस्कर घाटी से जोड़ दिया है। शनिवार को शिंकुला दौरे पर आए बीआरओ के डीजी लैफ्टिनैंट जनरल राजीव चौधरी ने हरी झंडी देकर सड़क वाहनों के लिए बहाल कर दी। इस दौरान जांस्कर से आधा दर्जन वाहन शिंकुला दर्रा पार कर लाहौल व मनाली पहुंचे। राजीव चौधरी ने कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़कों के सफर को सुगम बनाने के साथ-साथ दूरदराज के लोगों को भी सुविधाएं मुहैया करवाना है। बीआरओ के जवान व अधिकारी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने इस बार दारचा-शिंकुला-पद्दुम व मनाली-लेह मार्ग को समय से पहले बहाल कर दिया है।
जनरल राजीव चौधरी ने बेहतर काम करने वाले जवानों को सम्मानित किया। उन्होंने बीआरओ के सभी कामगारों को बर्फीली ठंड से बचने के लिए जैकेट्स भी वितरित कीं तथा कहा कि इस मार्ग के बहाल हो जाने से जांस्कर घाटी के ग्रामीणों को राहत मिल गई है। बीआरओ की दीपक परियोजना के चीफ इंजीनियर पीके बरुआ, योजक परियोजना के चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद, 38 बीआरटीएफ कमांडर शबरिश वाचली ने दारचा-शिंकुला-पद्दुम सहित मनाली-लेह मार्ग की चर्चा की। लाहौल की ओर से जिला परिषद के पूर्व सदस्य रिगजिन हायरपा ने राजीव चौधरी का ग्रामीणों की ओर से स्वागत किया। इस दौरान दारचा, जिस्पा, छिका व रारिक के ग्रामीण भी बीआरओ के कार्यक्रम में मौजूद रहे।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here