Edited By prashant sharma, Updated: 12 May, 2020 04:31 PM

कोरोना लॉकडाउन के चलते बाहरी क्षेत्रों में काम करने वाले कई लोगों का रोजगार छिन चुका है। वह हिमाचल वापस आ गए हैं। ऐसे लोगों के लिए जयराम सरकार ने ग्रामीण मनरेगा की तर्ज पर शहरी मनरेगा योजना शुरू की है।
शिमला : कोरोना लॉकडाउन के चलते बाहरी क्षेत्रों में काम करने वाले कई लोगों का रोजगार छिन चुका है। वह हिमाचल वापस आ गए हैं। ऐसे लोगों के लिए जयराम सरकार ने ग्रामीण मनरेगा की तर्ज पर शहरी मनरेगा योजना शुरू की है। इसे मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना नाम दिया गया है। इस योजना के तहत शहरी क्षेत्र के लोगों को 120 दिन का रोजगार मुहैया करवाया जाएगा। प्रतिदिन 275 रुपए दिहाड़ी मिलेगी। पंजीकृत करवाने के बाद 15 दिन के अंदर रोजगार देना होगा। अगर 15 दिन में रोजगार नहीं दिया जाता है तो इसके बाद प्रति दिन 75 रुपए के हिसाब से बेरोजगारी भत्ता देय होगा।
यह जानकारी शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जिला शिमला अध्यक्ष रवि मेहता की अध्यक्षता में बीजेपी शिमला ग्रामीण मंडल की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में दी। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर अभी तीसरा लॉकडाउन चल रहा है। ऐसी संभावना है कि लॉकडाउन जारी रहेगा। इसके लिए हमें सतर्क व सावधान रहना होगा। बाहर से आए लोग संस्थागत या होम क्वारंटाइन के आदेशों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हमारा शीर्ष नेतृत्व प्रयत्नशील है। हिमाचल में भी सीएम जयराम ठाकुर इसको लेकर कई प्रयास कर रहे हैं।