Edited By Kuldeep, Updated: 10 Jan, 2025 09:54 PM
पठानकोट-डल्हौजी हाईवे पर स्थित गांव बुंगल के लंबड़ा मुहल्ला तालाब के निकट सूखे पत्तों की तरह उड़ते हुए जमीं पर गिरे 500-500 के नोटों ने राहगीरों सहित स्थानीय दुकानदारों के चेहरे खिला दिए।
पठानकोट (कंवल): पठानकोट-डल्हौजी हाईवे पर स्थित गांव बुंगल के लंबड़ा मुहल्ला तालाब के निकट सूखे पत्तों की तरह उड़ते हुए जमीं पर गिरे 500-500 के नोटों ने राहगीरों सहित स्थानीय दुकानदारों के चेहरे खिला दिए। हवा में उड़ते नोट जैसे ही जमीन पर गिरे स्थानीय लोगों को कुछ देर देख कर यकीन नहीं हुआ कि वह असली हैं। जैसे ही सड़क पर गुजरती एक कार चालक ने अपनी गाड़ी रोक कर नोट उठाने शुरू किए कि वह असली नोट हैं तो राहगीरों सहित स्थानीय दुकानदारों ने भी खूब रुपए बटोरे। जानकारी मुताबिक उक्त मार्ग पर तेज रफ्तार से गुजरी फॉर्च्यूनर गाड़ी से हजारों रुपए उड़ाए गए। कौन किस खुशी में हजारों रुपए इस कदर बिखेर गया इस बात की चर्चा पूरे क्षेत्र में है।
ग्राम पंचायत बुंगल के पंचायत सदस्य पवन सूंबरिया ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली जानकारी मुताबिक दोपहर बाद पठानकोट-डल्हौजी हाईवे पर स्थित उनके वार्ड-4 के तालाब के निकट मार्कीट से पठानकोट की ओर गुजरी एक तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर गाड़ी से 500-500 के नोट इस तरह बिखरे कि मानो नोटों की बारिश हो रही हो। पहले तो लोगों को लगा कि कोई नकली नोट फैंक कर सबको उल्लू बना गया है। परन्तु जब एक कार चालक बीच सड़क में कार रोक कर नोट उठाने लगा तो देखादेखी में सभी राहगीर और दुकानदार रुपए उठाने लग पड़े। कईयों ने तो आगे पड़े नोट भी नहीं उठाए कि वह नकली हैं। उन्हें तब यकीन हुआ जब सभी एक साथ कहने लगे कि यह नकली नहीं असली नोट हैं। ऐसे में इस अद्भुत करिश्में को लेकर पूरे गांव में दिनभर चर्चा रही कि आखिर कौन और क्यों इस कदर हजारों रुपए बीच राह बिखेर गया।