Edited By Vijay, Updated: 01 Dec, 2018 10:34 PM
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आश्वस्त किया है कि हिमाचल में छोटी रेल की गति को शीघ्र ही 25 किलोमीटर से बढ़ाकर 35 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया जाएगा। इसे 50 किलोमीटर प्रति घंटा करने के प्रयास भी किए जाएंगे।
शिमला: केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आश्वस्त किया है कि हिमाचल में छोटी रेल की गति को शीघ्र ही 25 किलोमीटर से बढ़ाकर 35 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया जाएगा। इसे 50 किलोमीटर प्रति घंटा करने के प्रयास भी किए जाएंगे। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि शिमला स्थित बस अड्डे के समीप व्यावसायिक परिसर कम बहुमंजिला कार पार्किंग के निर्माण के प्रयास किए जाएंगे।
लंबित रेल प्रोजैक्टों को प्रदान की जाए गति
शनिवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन निर्माण कार्य में गति बढ़ाने का आग्रह किया, साथ ही कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक पर रेल की गति को 25 किलोमीटर प्रति घंटा से बढ़ाने का आग्रह भी किया। उन्होंने प्रदेश के लंबित रेल प्रोजैक्टों पर भी विस्तार से चर्चा की और इस कार्य को गति प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रेल विस्तार के मामले में पहले हिमाचल प्रदेश की अनदेखी हुई है। उन्होंने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन का निर्माण लेह तक करने का आग्रह किया ताकि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ सरहद तक रसद को पहुंचाने में भी मदद मिले।
रेल मार्गों पर चलने वाले डिब्बों को बनाया जाए आकर्षक
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि इन रेल मार्गों पर चलने वाले डिब्बों को आकर्षक बनाया जाए ताकि पर्यटकों को अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित किया जा सके। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से शिमला स्थित पुराने बस अड्डे के नजदीक रेलवे भूमि पर एक व्यावसायिक परिसर कम बहुमंजिला कार पार्किंग के निर्माण का अनुरोध किया ताकि इस भूमि का इस्तेमाल पर्यटकों की तथा अन्य लोगों के वाहन की पार्किंग के लिए प्रयोग किया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश सचिवालय में मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री आवास पर रात्रि भोज भी किया। केंद्रीय रेल मंत्री ने अपने शिमला दौरे के दौरान यहां के पर्यटन स्थलों विशेषकर कालाबाड़ी मंदिर और भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान का दौरा भी किया। वह पारदर्शी विस्टा डोम कोच से शिमला पहुंचे थे।