Edited By Updated: 09 Feb, 2017 10:45 AM
इंदिरा गांधी मैडीकल कालेज के हॉस्टल में सामने आई रैगिंग की घटना की असली वजह...
शिमला: इंदिरा गांधी मैडीकल कालेज के हॉस्टल में सामने आई रैगिंग की घटना की असली वजह शराब निकली है। सी.सी.टी.वी. फुटेज से पता चला है कि रविवार की आधी रात को एक सीनियर छात्र ने अपने जूनियर को शराब लाने के लिए संजौली भेजा लेकिन उसे ठेके पर शराब नहीं मिली। बताया जा रहा है कि ठेका तब तक बंद हो चुका था। जैसे ही छात्र वापस हॉस्टल पहुंचा, वैसे ही सीनियर भड़क गया। वह टी-शर्ट पहन कर ही गेट के पास आ गया। यह वाकया रात सवा 12 बजे का है। सीनियर छात्र ने जूनियर को भला-बुरा कहा।
2 और छात्र भी थे साथ, पी रहे थे सिगरेट
फुटेज की वीडियो देखने से मालूम हुआ है कि 2 और छात्र भी गेट के पास सिगरेट का कश लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये अपने-अपने मोबाइल पर भी उंगलियां चला रहे हैं। इस बीच एक सीनियर छात्र जरूर धक्का-मुक्की करता नजर आ रहा है जबकि जूनियर खामोशी के साथ खड़ा है। रैगिंग की असली वारदात क्या हॉस्टल के बाहर हुई, यह जांच का विषय है लेकिन इतना तय है कि हॉस्टल में शराब का सेवन होता है, साथ ही सिगरेट के भी कश लिए जाते हैं।
वार्डन को दी गई थी सूचना
रमन और भावा होस्टल साथ-साथ हैं। इनमें करीब 220 छात्र रहते हैं। दोनों ही जगहों पर कुल 6 सी.सी.सी.वी. कैमरे लगे हुए हैं। इनमें से 4 रमन हॉस्टल में स्थापित हैं। ये करीब 3 साल पहले लगाए गए हैं। सुरक्षा के नाम पर यहां निजी सुरक्षा गार्ड तैनात रहता है। जूनियर छात्रों को गेट के अंदर के कमरे आबंटित कर रखे हैं। 9 बजे गेट बंद कर दिया जाता है लेकिन दूसरे कमरों के लिए गेट बंद करने की कोई व्यवस्था नहीं है। जिस रात को रैगिंग हुई, उसकी सूचना वार्डन को दे दी गई थी। मैडीकल छात्रों ने तत्काल इसकी सूचना दी थी।
होस्टल लिए हुआ था एक दिन
मंडी से संबंध रखने वाले छात्र को रमन हॉस्टल में कमरा आबंटित किए एक ही दिन हुआ था। उसे कमरा नंबर 147 आबंटित हुआ था, लेकिन उसे क्या मालूम था कि उसके साथ रैगिंग भी होगी। जैसे ही दूसरे दिन अभिभावकों को घटना की जानकारी मिली तो वे पीड़ित अपने बेटे को साथ ले गए। घटना के समय मौजूदा 2 छात्रों में से एक छुट्टी पर चंडीगढ़ गया हुआ है, जबकि एक शिमला में ही मौजूद है। वहीं पुलिस ने सी.सी.टी.वी. फुटेज और कुछ रिकार्ड भी मांगा है।
छात्र रो जरूर रहा था : सुरक्षा कर्मी
निजी सुरक्षा कर्मी रमेश कुमार का कहना है कि होस्टल के अंदर धक्का-मुक्की जरूर हुई, लेकिन बाहर क्या हुआ, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। लेकिन जैसे ही रात को धक्का-मुक्की हुई, छात्रों ने आकर इसकी सूचना वार्डन को दे दी थी। पीड़ित छात्र रो जरूर रहा था। होस्टल की मैस चला रहे अनिल का कहना है कि उन्हें वारदात की कहीं कोई खबर नहीं है और न ही उन्हें किसी से कोई शिकायत है।
हॉस्टल के बाहर लगा है बोर्ड
रमन हॉस्टल के गेट के पास प्रशासन ने एंटी रैगिंग बोर्ड लगाया हुआ है। इसमें प्रधानाचार्य की तरफ से कई तरह की चेतावनी दी गई है। इसमें कहा गया है कि अगर कोई छात्र रैगिंग करते हुए पकड़ा गया तो उसे संस्थान से बाहर निकाला जा सकता है। कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जा सकती है। वहीं कालेज के प्रधानाचार्य अशोक शर्मा ने सदर थाने में सीनियर छात्र के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। ऐसे में अब पुलिस भी जांच पड़ताल करने जुट गई है।