लॉकडाउन में हुई देरी से सबक लेकर सरकार आने वाले आर्थिक संकट के लिए अभी से जारी करे प्रयास : राणा

Edited By prashant sharma, Updated: 07 Apr, 2020 04:28 PM

the government should start now for the upcoming economic crisis rana

राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि कोविड-19 के कहर से महामारी के दौर के कारण संकट में आए देश में सख्त आर्थिक संकट का दौर भी देश के विकास के लिए बड़ा खतरा बन कर साथ-साथ चल रहा है।

हमीरपुर : राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि कोविड-19 के कहर से महामारी के दौर के कारण संकट में आए देश में सख्त आर्थिक संकट का दौर भी देश के विकास के लिए बड़ा खतरा बन कर साथ-साथ चल रहा है। जिस पर अभी से गंभीर चिंतन की जरुरत है। महामारी के दौर में मजदूर कामगार वर्ग बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है। 

बेशक सरकार ने 500, 1000 रुपए कुछ लोगों के खाते में डालकर उनको राहत देने का प्रयास किया है। क्योंकि सरकार जमीनी हकीकत को भांपते हुए खुद मान चुकी है कि देश के 80 करोड़ लोगों को राशन देना जरुरी है। जिसका सीधा मतलब यह है कि करीब 80 करोड़ लोग अभी तक भी 2 वक्त की रोटी के लिए मोहताज हैं। बिना काम के इस वर्ग की अन्य मूलभूत जरुरतें कैसे पूरी होंगी? सरकार के समक्ष यह सवाल भी बड़ी चुनौती के रूप में उभरा है। मजदूर कामगारों के बिना किसी भी विकासशील देश का समग्र विकास संभव नहीं है। 1000, 500 की राहत से इतने बड़े वर्ग का कल्याण भी कदापि संभव नहीं है। 

उन्होंने कहा कि बड़ा सवाल यह भी है कि 80 फीसदी वर्ग जो रोजी-रोटी के लिए जूझ रहा है उनमें से करीब 20 करोड़ लोगों को ही 1000, 500 की अभी यह राहत मिल पा रही है। ऐसे में सरकार को अभी से इस वर्ग की आर्थिक उन्नति के लिए योजनाएं बनाना जरुरी हैं अन्यथा महामारी के दौर में असुरक्षा व तनाव इस वर्ग में आक्रोश पैदा करेगा। उधर दूसरी ओर पर्यटन जो प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप में करीब 5 करोड़ लोगों को रोजगार देता है। यह सेक्टर भी पूरी तरह से ठप होकर रह गया है। इस सेक्टर को संकट से उभारने के लिए अभी से सरकार को योजनाओं का खाका तैयार करना होगा। ताकि देश को आर्थिक अधरंग से बचाया जा सके। 

उन्होंने कहा कि कोरोना लॉकडाउन में हुई देरी का खामियाजा देश भुगत रहा है लेकिन अब इस चूक का विकल्प नहीं है। लॉकडाउन में हुई देरी का जिक्र आज देश और प्रदेश की जनता में आम है। लोगों का मत है कि समय रहते अगर अंतरराष्ट्रीय हवाई सीमाओं व एयरपोर्टों को सील किया होता तो आज देश की यह दशा न होती। क्योंकि आखिर कोरोना का संकट विदेशों से इसी देरी के कारण देश में प्रवेश हुआ है। अब सीमित साधनों में कोरोना संकट में जूझ रही सरकार के प्रयास कम नहीं आंके जा सकते हैं, लेकिन अब भविष्य की योजनाओं में सरकार देरी न करे तो देश के लिए बेहतर होगा।
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!