गांव में गिरी स्लेटपोश मकान की छत, झोपड़ी में रहने को मजबूर पीड़ित परिवार

Edited By prashant sharma, Updated: 25 Mar, 2021 12:57 PM

slate roof house collapses in village victim family forced to live in hut

देहरा उपमंडल की ग्राम पंचायत नौशहरा के अंतर्गत पड़ते गांव रियालकड़ में वीरेन्द्र सिंह पुत्र सीता राम के स्लेटपोश रिहायशी मकान के क्षतिग्रस्त होने से परिवार पर मानों जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो।

देहरा (राजीव शर्मा) : देहरा उपमंडल की ग्राम पंचायत नौशहरा के अंतर्गत पड़ते गांव रियालकड़ में वीरेन्द्र सिंह पुत्र सीता राम के स्लेटपोश रिहायशी मकान के क्षतिग्रस्त होने से परिवार पर मानों जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो। परिवार को मजबूरीवश तंबूनुमा झोपड़ी में रहना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले वीरेन्द्र सिंह के स्लेटपोश रिहायशी मकान की छत गिर गयी गनीमत रही कि जब मकान की छत गिरी उस समय परिवार के सभी लोग घर के बाहर थे नहीं तो कोई अनहोनी भी घटित हो सकती थी। वहीं मकान की छत गिरने से मकान का बाकी बचा हिस्सा भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है जो कि कभी भी गिर सकता है।

बता दें वीरेन्द्र सिंह काफी गरीब परिवार से है ऐसे में मकान के क्षतिग्रस्त होने से बेघर हुए वीरेन्द्र सिंह के परिवार को यह चिंता सता रही है कि अब वो अपने परिवार को लेकर कहां जाएं, कहां सर छुपाएं कैसे उनका मकान बनेगा। वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो खुद मकान का निर्माण कर सकें। पहले वो मेहनत मजदूरी कर लेता था पर अब उसकी बाजू में कोई प्रॉब्लम आ गयी है जिस कारण वो अब मजदूरी करने में भी असमर्थ है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस गरीब परिवार को बीपीएल से भी बाहर निकाल दिया गया। जब इस बारे परिवार से बात की गयी तो बहुत ही हैरान कर देने वाली बात सामने आयी उन्होंने बताया कि पंचायत ने अपनी वाहवाही के चक्कर में पंचायत बीपीएल मुक्त घोषित कर दी। पंचायत प्रतिनिधियों ने पंचायत को बीपीएल मुक्त घोषित करने से पहले हम जैसे गरीब परिवारों के बारे में एक बार भी नहीं सोचा।

पीड़ित परिवार को अब प्रशासन से मदद की आस

बता दें कि मकान के क्षतिग्रस्त होने से पीड़ित परिवार तम्बुनुमा झोंपड़ी में अपना गुजर-बसर कर रहा है। वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि मकान के क्षतिग्रस्त होने पर उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई जिस पर प्रशासन द्वारा उन्हें फौरी राहत के तौर पर तिरपाल दिया गया। उसी तिरपाल से तंबू बनाकर हम तंबू में रहने को मजबूर हैं। बता दें पीड़ित परिवार में 4 सदस्य हैं जिनमें वीरेन्द्र कुमार उनकी पत्नी एक लड़का (13 वर्ष) और एक लड़की (18 वर्ष) है और आमदनी का कोई साधन नहीं। मेहनत मजदूरी करके  परिवार का भरण-पोषण हो रहा था। अब आलम यह है कि घर के क्षतिग्रस्त होने से बेघर हुआ गरीब परिवार प्रशासन की ओर से मिलने वाली सहायता राशि के लिए टकटकी लगाए हुए है। ऐसी स्थिति में यह गरीब परिवार प्रशासन द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि पर निर्भर है। 

पीड़ित परिवार का दुख दर्द बांटने उनके घर पहुंचे जिला परिषद संजय कुमार और भारतीय हिमाचल जन विकास पार्टी के अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा ने पीड़ित परिवार को धीरज बंधाया। संजय कुमार और मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है मेहनत मजदूरी करके इनका परिवार अपना जीवन यापन कर रहा था ऐसे में मकान का गिर जाने से तो मानों इन पर दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा हो। ऐसे में उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द इस गरीब परिवार को आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए ताकि इस गरीब परिवार को सर छुपाने के लिए छत नसीब हो सके। वहीं इस परिवार की दयनीय स्थिति को देखते हुए पार्टी अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा ने अपनी पार्टी की तरफ से इस गरीव परिवार को एक कमरा जल्द से जल्द बनाकर देने का आश्वासन दिया है। जिला परिषद संजय कुमार ने भी अपनी ओर से पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। 

एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर ने कहा कि रिलीफ केस वहां का पटवारी बनाकर संबंधित तहसील को भेजता है वहां से फिर एस.डी.एम ऑफिस में आता है। क्लेम के हिसाब से जो भी इनकी आर्थिक सहायता बनती है वो इनको प्रदान कर दी जाएगी और बात रही बीपीएल की तो सरकार के निर्देशानुसार जब भी दोबारा बीपीएल का सर्वे होगा तो संबंधित परिवार बीपीएल में शामिल किए जाने बारे अपना पक्ष ग्राम सभा में रख सकता है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!