Edited By Vijay, Updated: 20 Aug, 2023 11:03 PM

आंखों के सामने मलबा और निकल रहे शव देखकर हर आंख नम है। जहां सर्च ऑप्रेशन को 7 दिन हो गए हैं, वहीं मलबे में दबे 3 लोगों के जिंदा होने और अपनों को खोने के गम से परिजनों की आंखें पथरा गई हैं।
शिमला (संतोष कुमार): आंखों के सामने मलबा और निकल रहे शव देखकर हर आंख नम है। जहां सर्च ऑप्रेशन को 7 दिन हो गए हैं, वहीं मलबे में दबे 3 लोगों के जिंदा होने और अपनों को खोने के गम से परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। शिव बावड़ी मंदिर में भूस्खलन के मलबे से अभी भी परिजन लापता लोगों के जिंदा होने की उम्मीद पाले हुए हैं। इस हादसे में 21 लोगों की मिसिंग रिपोर्ट के तहत 17 शव निकाले जा चुके हैं, जबकि आईजीएमसी में रखे शव की भी पहचान हो गई है। हादसे में सिर्फ अब 3 लोग लापता हैं, जिसमें दादा-पोती व एक शख्स शामिल है, जिनके जिंदा होने की उम्मीद कम है लेकिन फिर भी परिजन इस उम्मीद में हैं कि कहीं कोई करिश्मा हो जाए और ये लोग सुरक्षित बच जाएं।
मशीनरी न पहुंचने के कारण मैनुअल चल रहा राहत व बचाव कार्य
बता दें कि 14 अगस्त को शिव बावड़ी स्थित शिव मंदिर पर भूस्खलन के बाद से लगातार रैस्क्यू व सर्च ऑप्रेशन चला हुआ है। मशीनरी नीचे नाले में पहुंच नहीं पा रही है, जिसके चलते अब मैनुअल तरीके से सर्च ऑप्रेशन चलाया जा रहा है, जिससे मलबा हटाने में वक्त लग रहा है। हालांकि अधिकांश हिस्से की खोजबीन कर ली गई है और शेष मलबे में 3 लोगों के दबे होने की आशंका है, जिसके चलते अब बेलचे, गैंती से लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
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