Edited By Kuldeep, Updated: 29 Jul, 2024 10:05 PM
राज्य में अब धीरे-धीरे मानसून सक्रिय होने लगा है, लेकिन दिन में कम जबकि रात्रि में कई जगह मेघ खूब बरस रहे हैं।
शिमला (संतोष): राज्य में अब धीरे-धीरे मानसून सक्रिय होने लगा है, लेकिन दिन में कम जबकि रात्रि में कई जगह मेघ खूब बरस रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार 31 जुलाई रात्रि से मानसून गतिविधियां और अधिक सक्रिय होंगी और 31 जुलाई से 3 अगस्त तक भारी वर्षा का ऑरैंज अलर्ट जारी करते हुए पर्यटकों व स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है। 7 जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी, जबकि 5 जिलों में बाढ़ आने की संभावनाएं हैं।
सोमवार को धर्मशाला में 5, कांगड़ा में 3, हमीरपुर में 1.5, चम्बा में 0.5 व बजौरा में 1 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जबकि राजधानी शिमला में कोहरे का आवरण बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य में मानसून सक्रिय रहा है और कुछ स्थानों पर हल्की से भारी बारिश हुई है। इसमें घमरूर में सबसे अधिक 10, धौलाकुआं में 7, शिमला एयरो, नगरोटा सूरियां, तीसा, चुवाड़ी, धर्मशाला एडब्ल्यूएस, नादौन में 6-6, शिलारू, जोगिंद्रनगर, धर्मशाला, देहरा गोपीपुर में 5-5, कुफरी, पांवटा, सोलन, नाहन, गुलेर, रोहड़ू, नयनादेवी में 4-4, काहू, चौपाल, नारकंडा, कसौली, सुजानपुर टिहरा, अर्की में 3-3, बैजनाथ, चम्बा, शिमला, करसोग, भरमौर में 2-2, छतराड़ी, कांगड़ा एयरो, बिलासपुर एडब्लयूएस, मनाली, पालमपुर, नाहन एडब्ल्यूएस, बिलासपुर सदर, कोटखाई, बंजार, पंडोह, खदराला में 1-1 सैंटीमीटर वर्षा हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार 3 अगस्त तक चम्बा, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, कुल्लू, सोलन, शिमला व सिरमौर में 1-2 जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है, जबकि 31 जुलाई से 1 अगस्त तक ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला व सिरमौर में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही कुल्लू, सोलन, सिरमौर, शिमला व किन्नौर जिलों में भूस्खलन और बाढ़ आने का भी अंदेशा जताया गया है।
79 सड़कें खोलीं, 20 आज होंगी दुरुस्त
कई जगह पर भारी बारिश के कारण मार्ग अवरुद्ध होने लगे हैं। सोमवार को 117 बंद पड़े मार्गों में से देर शाम तक 79 सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है, जबकि 20 सड़कें मंगलवार को दुरुस्त हो जाएंगी। शेष बची 18 सड़कों को बुधवार तक ठीक कर दिया जाएगा। बंद सड़कों में सबसे अधिक शिमला जोन की 60 थीं, जिनमें से 41 को खोल दिया गया है, जबकि मंडी जोन की 34 में से 26 सड़कें बहाल कर दी गई हैं।
अब तक 425 करोड़ का नुक्सान
कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के कारण अब नुक्सान का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। अब तक 425.49 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुक्सान हो चुका है। कालका-शिमला एनएच-05 पर दत्यार के पास अखबार लेकर आ रही गाड़ी पर पत्थर गिर गए, जिसमें एक व्यक्ति की मौत और 3 लोग घायल हो गए। राजधानी शिमला में भी जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हुईं। कांगड़ा जिले के तहत स्वां खड्ड का जलस्तर बढ़ गया है, जबकि लाहौल-स्पीति व मनाली में मकानों को खाली करवाना पड़ा। लाहौल में 30 और मनाली में 5 घर खाली करवाए गए। करपट नाले में बाढ़ से लोग परेशान हैं। पलचान गांव पर भी खतरा मंडराने लगा है। यहां से लोगों को सुरक्षित जगह स्थानांतरित किया गया है।