Edited By Kuldeep, Updated: 08 Nov, 2025 07:18 PM

राज्य के जनजातीय इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। दिन में धूप खिलने के बावजूद भी जहां न्यूनतम तापमान कई जनजातीय क्षेत्रों में माइनस में चला गया है और जलस्त्रोत जमने लग गए हैं, वहीं अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
शिमला (संतोष): राज्य के जनजातीय इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। दिन में धूप खिलने के बावजूद भी जहां न्यूनतम तापमान कई जनजातीय क्षेत्रों में माइनस में चला गया है और जलस्त्रोत जमने लग गए हैं, वहीं अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि राज्य में दिन के समय धूप खिलने से मौसम सुहावना बन जाता है, लेकिन सुबह-शाम और रात के समय ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश के कई हिस्सों में अब रातें सर्द हो चली हैं।
शनिवार को अधिकतम तापमान ऊना के बजाय हमीरपुर में अधिक रहा और यहां 30.2 डिग्री, जबकि ऊना में 28.8 डिग्री, वहीं राजधानी शिमला में 20.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। शनिवार को हिमाचल का औसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। औसतन तापमान में 0.3 डिग्री की गिरावट आई है।
लाहौल-स्पीति जिला के कुकुमसेरी में माइनस 2.9 डिग्री, ताबो में व केलांग में माइनस 2 डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया है। इन इलाकों में प्राकृतिक जल स्रोत जमने लगे हैं और झरनों में बर्फ की परत दिखने लगी है। मनाली-केलांग-लेह सड़क पर भी बर्फ जमने से फिसलन बढ़ गई है। मैदानी इलाकों में भी रात का तापमान गिरने लगा है। कांगड़ा और मंडी की रातें इस समय राजधानी शिमला से भी ठंडी हो गई हैं। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल पूरे हिमाचल में 14 नवम्बर तक मौसम शुष्क बना रहेगा।