Edited By Kuldeep, Updated: 02 Aug, 2025 07:46 PM
राज्य में मानसून का कहर जारी है। हालांकि रविवार को तीन जिलों शिमला, सोलन व सिरमौर में ही एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन सोमवार व मंगलवार को एक बार फिर मानसून की गति तीव्र रहेगी।
शिमला (संतोष): राज्य में मानसून का कहर जारी है। हालांकि रविवार को तीन जिलों शिमला, सोलन व सिरमौर में ही एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन सोमवार व मंगलवार को एक बार फिर मानसून की गति तीव्र रहेगी। इन दो दिनों में कई जिलों में भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया है। 7 अगस्त से किसी भी प्रकार का अलर्ट नहीं रहेगा। 4 और 5 अगस्त को बारिश और तेज होगी, जिसके लिए ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया है।
4 अगस्त को सिरमौर, कुल्लू, कांगड़ा, ऊना और बिलासपुर जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी है, वहीं हमीरपुर, चम्बा, मंडी, शिमला और सोलन में भारी वर्षा का यैलो अलर्ट रहेगा। 5 अगस्त को कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर में भारी वर्षा का ऑरैंज अलर्ट, जबकि ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, चम्बा, कुल्लू और शिमला में भारी वर्षा का यैलो अलर्ट रहेगा। 6 अगस्त को कांगड़ा, मंडी, शिमला और सोलन में यैलो अलर्ट रहेगा।
बीते 24 घंटों में ऊना में सबसे ज्यादा बारिश
हालांकि शनिवार को कई जिलों में ऑरैंज व यैलो अलर्ट रहा और इस बीच कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। शिमला में 1 मिलीमीटर, सुंदरनगर में 7, भुंतर में 0.6, कल्पा में 0.8, धर्मशाला में 4, ऊना में सर्वाधिक 38, केलांग में 4, सोलन में 3, मनाली में 2, कांगड़ा में 8, बिलासपुर में 0.5, चम्बा में 17, जुब्बड़हट्टी में 1, कुफरी में 3, कुकुमसेरी में 1.5, भरमौर में 2.5, रिकांगपिओ में 0.5, नेरी में 5.5, बजौरा में 1 मिलीमीटर वर्षा हुई है, लेकिन शुक्रवार रात्रि में ऊना में सबसे अधिक वर्षा हुई है।
यहां सर्वाधिक 222 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे स्वां नदी उफान पर आ गई। चम्बा के जोत में 160, नंगल डैम में 140, बिलासपुर में 120, चुआड़ी में 100, नादौन, बरठीं, देहरा गोपीपुर, सुजानपुर टिहरा, चम्बा में 70-70 मिलीमीटर और धर्मशाला, नाहन, घमरूर में 60-60 मिलीमीटर वर्षा हुई। ऊना में तेज बारिश से दुकानों और घरों में पानी घुस गया, सड़कें पानी में डूब गई और यातायात प्रभावित हुआ। प्रशासन ने एहतियातन शनिवार को सभी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने के आदेश दिए।
बीबीएमबी का अलर्ट, पौंग बांध से कभी भी छोड़ा जा सकता है पानी
लगातार बारिश से कांगड़ा के पौंग बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। भाखड़ा ब्वयास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने कांगड़ा जिला प्रशासन और पंजाब के संबंधित अधिकारियों को अलर्ट किया है। अभी तक पानी सिर्फ टरबाइनों के जरिए छोड़ा जा रहा है, लेकिन ज्यादा जलभराव होने पर पौंग डैम से कभी भी पानी छोड़ा जा सकता है।
दिल्ली में सोमवार दोपहर बाद बुलाई बैठक: जगत नेगी
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश हुई है। लोगों के मकानों को भारी नुक्सान हुआ है। 383 लिंक रोड बाधित हैं, जिसमें 4 एन.एच. भी शामिल हैं। 404 टांसफार्मर, 249 पेयजल योजना बाधित हैं। अभी तक मानसून में 98 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। सड़क में दुर्घटनाओं में 78 लोगों की जानें गई हैं। लोगों के 478 पक्के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। पार्शल 1009 मकान हैं। काऊ शैड 1287 तथा 286 लोगों की दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं। पशुधन में 1327 बड़े पशुओं को नुक्सान हुआ है। उन्होंने कहा कि सोमवार को दिल्ली में दोपहर बाद बैठक बुलाई गई है और बैठक का एजैंडा वहीं पर मालूम होगा।