Edited By Kuldeep, Updated: 30 Nov, 2025 08:42 PM

आखिरकार नवम्बर माह सूखा ही बीत गया है। शुष्क मौसम के बीच में इस माह में मात्र 1 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि नवम्बर माह में 19.5 मिलीमीटर वर्षा होती है।
शिमला (संतोष) : आखिरकार नवम्बर माह सूखा ही बीत गया है। शुष्क मौसम के बीच में इस माह में मात्र 1 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि नवम्बर माह में 19.5 मिलीमीटर वर्षा होती है। 95 फीसदी कम मेघ बरसने से नवम्बर माह शुष्क ठंड के साथ बीत गया है, लेकिन दिसम्बर माह का आगाज बर्फबारी के साथ होगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 4 व 5 दिसम्बर को राज्य में मध्य व उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होने की संभावनाएं हैं। फिलहाल राज्य में शुष्क चल रहे मौसम के बीच में कड़ाके की ठंड का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और नवम्बर के आखिर में ही शीतलहर की स्थिति बन गई है। बादलों के न बरसने से अभी पूरे प्रदेश में लोग सूखी ठंड का प्रकोप झेल रहे हैं। राज्य के जनजातीय जिलों लाहौल स्पीति, किन्नौर और ऊंचाई वाले अन्य क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान लगातार माइनस में बना हुआ है, जिससे यहां प्राकृतिक जल स्रोत जम गए हैं। लाहौल-स्पीति के ताबो और कुकुमसेरी में पारा शून्य से चार डिग्री नीचे पहुंच गया है, जबकि समधो में तापमान माइनस 3.1 डिग्री दर्ज किया गया।
मनाली में पारा 1.9 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया। दूसरी ओर आश्चर्यजनक रूप से राज्य के निचले और मैदानी जिले हमीरपुर, मंडी, ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा इत्यादि हिल स्टेशन शिमला और कुफरी से अधिक ठंड झेल रहे हैं। मंडी और हमीरपुर में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज हुआ है। मंडी का तापमान 4.5 डिग्री और हमीरपुर में 4.6 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि राजधानी शिमला में बीते 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 1.5 डिग्री उछाल दर्ज किया गया और पारा 8.5 डिग्री पर पहुंच गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। कुफरी में पारा 8.8 डिग्री रहा। तापमान के इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राज्य के मैदानी क्षेत्रों में सर्दी का असर अधिक है और लोग शिमला व कुफरी से भी ज्यादा ठिठुरन महसूस कर रहे हैं। शिमला से सटे सोलन और मंडी जिला के सुंदरनगर में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री, पालमपुर में 5, कांगड़ा में 5.2, ऊना में 6.5, बिलासपुर में 6.8 व बरठी में 4.6 डिग्री दर्ज किया गया।
सूखी ठंड के कारण लोग ज्यादा परेशान हैं क्योंकि नवम्बर माह में बारिश लगभग न के बराबर हुई है, जिससे धरातल में नमी समाप्त हो रही है और सर्द हवाओं का प्रभाव और तीव्र हो गया है। सुंदरनगर, मंडी, बिलासपुर और कांगड़ा सहित कई क्षेत्रों में आज सुबह घना कोहरा छाया रहा और बिलासपुर में दृश्यता मात्र 150 मीटर तक सिमट गई, जबकि मंडी में शैलो फॉग के कारण दृश्यता 800 मीटर तक दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों 1 और 2 दिसम्बर के लिए मैदानी जिलों और राज्य के निचले हिस्सों में सुबह व देर शाम घने कोहरे के लिए यैलो अलर्ट जारी किया है और यात्रियों व आम जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी है। बीते 24 घंटों में राज्य के औसतन न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री की बढ़ौतरी हुई है, हालांकि यह अभी भी सामान्य से 0.5 डिग्री कम दर्ज किया जा रहा है, जिससे यह साफ है कि सर्दी का वास्तविक दौर तेजी से गहराता जा रहा है।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 30 नवम्बर से 3 दिसम्बर तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार हैं और इस दौरान तापमान में और गिरावट संभव है। इसके बाद 4 और 5 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर मौसम में बदलाव आएगा तथा इस अवधि के दौरान ऊपरी पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी तथा कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है। 6 दिसम्बर को मौसम के पुन: साफ होने की उम्मीद है।