Edited By Kuldeep, Updated: 13 Jul, 2025 05:42 PM
प्रदेश में सरकार ने इस वर्ष 61 किसानों से 90 रुपए प्रति किलो के हिसाब से 127.2 क्विंटल हल्दी की खरीद की है, जिसमें किसानों को 11,44,803 रुपए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण राशि वितरित की गई।
शिमला (ब्यूरो): प्रदेश में सरकार ने इस वर्ष 61 किसानों से 90 रुपए प्रति किलो के हिसाब से 127.2 क्विंटल हल्दी की खरीद की है, जिसमें किसानों को 11,44,803 रुपए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण राशि वितरित की गई। इसमें जिला मंडी में सबसे अधिक किसानों से प्राकृतिक खेती से तैयार हल्दी को खरीदा गया है। दूसरे नंबर पर जिला कांगड़ा है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार जिला चम्बा के 8 किसानों से 10.5 क्विंटल, जिला हमीरपुर के 9 किसानों से 9 क्विंटल, जिला कांगड़ा के 13 किसानों से 53.69 क्विंटल, जिला मंडी के 15 किसानों से 29.22 क्विंटल, जिला शिमला के 8 किसानों से 4.65 क्विंटल एवं जिला सिरमौर के 8 किसानों से 20.13 क्विंटल हल्दी की खरीद की गई है। इससे पहले खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान प्रदेश में 1,509 किसानों से 3,989 क्विंटल मक्की की खरीद 30 रुपए प्रति किलो के हिसाब से की गई, जिसमें कुल 1 करोड़ 19 लाख 69 हजार 607 रुपए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण राशि वितरित की गई।
जिला बिलासपुर से 76 किसानों से 143 क्विंटल, जिला चम्बा से 135 किसानों से 813 क्विंटल, जिला हमीरपुर के 105 किसानों से 53 क्विंटल, जिला कांगड़ा के 336 किसानों से 483 क्विंटल, जिला कुल्लू के 42 किसानों से 64 क्विंटल, जिला मंडी के 328 किसानों से 651 क्विंटल, जिला शिमला के 33 किसानों से 67 क्विंटल, जिला सिरमौर के 120 किसानों से 454 क्विंटल, जिला सोलन के 319 किसानों से 1,145 क्विंटल एवं जिला ऊना के 15 किसानों से 111 क्विंटल मक्की एकत्रित की गई।
वहीं रबी सीजन 2024-25 के दौरान 838 किसानों से 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से 2,135 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई जिसमें कुल 1 करोड़ 32 लाख 29 हजार 614 रुपए की प्रत्यक्ष लाभ अंतरण राशि वितरित की गई। प्रदेश में कुल 22 संग्रह केंद्रों के माध्यम से गेहूं की खरीद की गई। प्रदेश के जिला बिलासपुर से 60.6 क्विंटल, जिला चम्बा से 184 क्विंटल, जिला हमीरपुर से 97 क्विंटल, जिला कांगड़ा से 842.6 क्विंटल, जिला मंडी से 296 क्विंटल, जिला सिरमौर से 180 क्विंटल, जिला सोलन से 58.3 क्विंटल एवं जिला ऊना से 416. 6 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है।
4 क्विंटल मक्की से कमाए 12 हजार
बसंतपुर के प्रकाश चंद ने बताया कि वह 4 क्विंटल मक्की 30 रुपए प्रति किलो के हिसाब से कृषि विभाग को बेच चुके हैं, जिसके 12,000 रुपए उन्हें मिल चुके हैं। बढ़ाई के तारा कश्यप ने बताया कि वर्ष 2024 में उन्होंने 80 किलो मक्की की फसल 30 रुपए के हिसाब से कृषि विभाग को बेची थी, जिसका 2,400 रुपए का लाभ मिला है।
प्राकृतिक खेती से 1 लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
प्रदेश में प्राकृतिक खेती करने के लिए 88 विकास खंडों की 3,615 पंचायतों से एक लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में अब तक 48,685 किसानों ने प्राकृतिक खेती करने के लिए पंजीकरण करवाया है, जिसमें 22,901 पुरुष एवं 25,784 महिलाएं शामिल हैं। प्रदेश में जिला बिलासपुर के 2,900 किसानों, जिला चम्बा के 2,816 किसानों, जिला हमीरपुर के 4,478 किसानों, जिला कांगड़ा के 12,424 किसानों, जिला किन्नौर के 263 किसानों, जिला कुल्लू के 3,951 किसानों, जिला लाहौल-स्पीति के 531 किसानों, जिला मंडी के 3,653 किसानों, जिला शिमला के 4,021 किसानों, जिला सिरमौर के 5,340 किसानों, जिला सोलन के 3,056 किसानों तथा जिला ऊना के 5,252 किसानों ने पंजीकरण करवाया है।