Edited By Kuldeep, Updated: 05 Aug, 2024 11:56 AM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार डा. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना के तहत विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए महज एक फीसदी ब्याज पर 20 लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध करवा रही है।
शिमला (ब्यूरो): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार डा. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना के तहत विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए महज एक फीसदी ब्याज पर 20 लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध करवा रही है। 4 लाख रुपए की वार्षिक आय वाले परिवार इस योजना का लाभ ले सकते हैं। योजना के तहत 5.25 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत वर्ष 2022-23 में 81,618 विद्यार्थियों को 5419.29 लाख रुपए आबंटित किए गए हैं। श्री निवास रामानुजन विद्यार्थी योजना के तहत 10वीं, 12वीं और महाविद्यालयों के मेधावी विद्यार्थियों को 11,552 टैबलेट प्रदान किए हैं। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की पहल के तहत विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों में स्मार्ट और वर्चुअल कक्षाएं शुरू की गई हैं। सरकार उच्च विद्यालय छोटा शिमला, सलोह (ऊना) और उत्कृष्ट महाविद्यालय संजौली आठ करोड़ रुपए के बजट के साथ पूरी तरह से स्मार्ट विद्यालयों और महाविद्यालयों में परिवर्तित किए जा चुके हैं।
प्रदेश सरकार ने पोस्ट ग्रैजुएट कैलेंडर की शुरुआत करते हुए स्नातकोत्तर शिक्षकों को विद्यार्थियों की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक वार्षिक गतिविधि योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसका उद्देश्य वर्ष 2024-25 के अकादमिक सत्र से वार्षिक अध्ययन दिवसों को 180 से 210 करना है। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों के मूल्यांकन में सुधार के लिए एकीकृत परीक्षण तंत्र स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि 850 शैक्षणिक संस्थानों को उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा दिया गया है और वर्चुअल क्लासरूम और होस्टल सुविधा प्रदान की जा रही है। खेल से स्वास्थ्य योजना के तहत 110 शैक्षणिक संस्थानों को स्पोर्ट्स मैट और अन्य उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं। 40 हजार स्कूल डैस्क और 29 सोलर पैनल भी उपलब्ध करवाए गए हैं।